RamKripal Yadav : राम कृपाल यादव बीजेपी के वो सिपाही हैं जो 2014 तक लालू यादव के साथ थे. 90 के दशक में हमेशा साये की तरह साथ रहने वाले रामकृपाल यादव लालू यादव के हनुमान कहे जाते थे लेकिन 2014 के चुनाव के समय उन्होंने बीजेपी का साथ चुन लिया था. राजद से पहले रामकृपाल यादव जनता दल में भी थे.
RamKripal Yadav नीतीश सरकार में बने मंत्री
बिहार में गुरुवार को नीतीश कुमार ने 10वीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लिया. पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भव्य समारोह में उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी. नीतीश कुमार के साथ आज 25 मंत्रियों ने भी शपथ लिया, जिसमें बीजेपी से दोनो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ-साथ मंगल पांडेय और जनता दल यूनाइटेड (JDU) से विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव और श्रवण कुमार समेत कुल 26 मंत्रियों ने नये मंत्री के रुप में शपथ लिया. नीतीश कुमार की नई सरकार में भाजपा कोटे से रामकृपाल यादव को भी मंत्री बनाया गया है. राम कृपाल यादव ने कड़े मुकाबले में दानापुर से राजद के बाहुबली प्रत्याशी रीतलाल यादव को हराया और विधायक बने हैं.
VIDEO | Patna, Bihar: Leshi Singh, Nitin Nabin, Madan Sahni, Ram Kripal Yadav, Santosh Kumar Suman and Sunil Kumar take oath as Bihar Ministers at Gandhi Maidan.
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— Press Trust of India (@PTI_News) November 20, 2025
रामकृपाल य़ादव ने क्यों छोड़ा था राजद ?
बात 2014 की है जब राजद अध्यक्ष लालू यादव ने पटलीपुत्र की लोकसभा सीट रामकृपाल यादव की जगह मीसा भारती को उम्मीदवार बना दिया. लालू यादव के इस कदम से नाराज रामकृपाल यादव भाजपा में चले गये और तब से लगातार बीजेपी में यादव चेहरा बने हुए हैं. राम कृपाल यादव के इस कदम से उस समय की राजनीति में भूचाल आ गया था क्योंकि अब तक रामकृपाल यादव ना केवल लालू यादव के भरोसेमंद साथी थे बल्कि पार्टी में एक रणनीतिकार की भी भूमिका में थे. रामकृपाल यादव को राजद में संगठन से लेकर सरकार तक के मामलों में लालू का संदेशवाहक माना जाता था.

