नेपाल से आ रही अधिकारिक जानकारी के मुताबिक पोखरा में रविवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए येती एयरलाइंस (Nepal Plane Crash) के विमान के मलबे से कुल 68 शव निकाल लिए गए है. अधिकारियों ने कहा कि अबतक 12 शवों की पहचान कर ली गई है. बाकी शवों की भी पहचान होने के बाद उन्हें उनके परिवार को सौंपने की प्रक्रिया शुरू होगी. कास्की पुलिस के अधीक्षक अजय केसी के बताया कि, बरामद हुए 64 पीड़ितों के शवों को पोखरा शहर के पोखरा एकेडमी ऑफ हेल्थ साइंसेज में रखा गया है. उन्होंने कहा कि बाकी चार शवों को ढूंढने के लिए सशस्त्र पुलिस बल के चार जवानों को सेटी नदी की चट्टान में तैनात किया गया है. इसके साथ ही अंधेरा होने के बाद बचाव-राहत का काम रोक दिया गया. अब सोमवार सुबह फिर से इसे शुरु किया जाएगा.
कब और कैसे हुआ हादसा
आपको बतां दें, रविवार सुबह करीब ग्यारह बजे येती एयरलाइंस (Nepal Plane Crash) का काठमांडू से पोखरा जाने वाला विमान दुर्घटनाग्रस्त (Nepal Plane Crash) हो गया. विमान ने सुबह 10 बजकर 32 मिनट पर काठमांडू से उड़ान भरी थी. रडार से हटने से पहले विमान ने सुबह 10.50 बजे कंट्रोल टावर से संपर्क भी किया. विमान को चीनी सहायता से बने नवनिर्मित पोखरा हवाईअड्डे पर उतरना था. बताया जा रहा है कि लैंडिंग के दौरान ही विमान में आग लग गई. जिसके बाद विमान नयागांव में दुर्घटनाग्रस्त (Nepal Plane Crash) हो गया. दुर्घटना ग्रस्त विमान येती एयरलाइंस का एटीआर 72 विमान था.
येती एयरलाइंस के प्रवक्ता ने हादसे की जानकारी देते हुए कहा कि हादसा पुराने हवाईअड्डे और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के बीच हुए. हादसे (Nepal Plane Crash) के समय विमान में कुल 72 लोग सवार थे जिसमें 68 यात्री और 4 क्रू मेंबर्स थे.
नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने बताया कि हादसे का शिकार हुए लोगों में 53 नेपाली, पांच भारतीय, चार रूसी, एक आयरिश, एक ऑस्ट्रेलियाई, एक अर्जेंटीना, दो कोरियाई और एक फ्रांसीसी यात्री शामिल है.
सोमवार को राष्ट्रीय शोक का एलान
नेपाल ने सोमवार को राष्ट्रीय शोक का एलान किया है. रविवार को कास्की जिले में हुए विमान हादसे (Nepal Plane Crash) के पीड़ितों के लिए इस शोक का एलान किया गया है. उप प्रधानमंत्री बिष्णु पौडेल ने कैबिनेट के फैसले का एलान करते हुए कहा कि सरकार ने सोमवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.