Bihar election: भारतीय जनता पार्टी 28 अक्टूबर को छठ पूजा के बाद बिहार के लिए अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करेगी.
पार्टी ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि आगामी चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), जिसका वह हिस्सा है, और विपक्षी महागठबंधन के बीच मुकाबला होगा. हलांकि मामले के जानकार लोगों का कहना है कि एनडीए के सहयोगी दलों ने साझा एजेंडे के बजाय अलग-अलग घोषणापत्र जारी करने का फ़ैसला किया है.
आपको बता दें, राज्य में 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएँगे.
छठ के बाद चुनाव प्रचार को तेज करेगी बीजेपी
मामले की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, “हमारा घोषणापत्र तैयार है और अभियान भी शुरू हो गया है, लेकिन चूंकि छठ पूजा बिहार के प्रमुख त्योहारों में से एक है, इसलिए त्योहारों के बाद घोषणापत्र जारी करने और गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे वरिष्ठ नेताओं द्वारा रैलियों को संबोधित करके अभियान को तेज करने का निर्णय लिया गया है.”
सुझाव यात्रा के जरिए जमा किए लोगों के सुझाव
4 से 20 अक्टूबर तक, पार्टी ने पूरे राज्य में सुझाव यात्रा (सुझाव यात्रा) का आयोजन किया. पार्टी के एक दूसरे पदाधिकारी ने बताया, “घर-घर जन संपर्क अभियान के ज़रिए कार्यकर्ताओं ने छात्रों और पहली बार वोट देने वालों से लेकर महिलाओं, कामकाजी पेशेवरों और किसानों तक, हर वर्ग के लोगों से संपर्क किया और मौजूदा योजनाओं पर उनकी प्रतिक्रिया और भविष्य की नीतियों पर सुझाव मांगे.”
पार्टी ने घोषणापत्र का मसौदा तैयार करने के लिए 13 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो मुख्य रूप से विकास, बुनियादी ढाँचे, कानून-व्यवस्था और आर्थिक विकास की नीतियों पर ध्यान केंद्रित करेगी.
Bihar election: NDA का चेहरा कौन होगा?-तेजस्वी यादव
वहीं गुरुवार महागठबंधन ने एक ही झटके में तेजस्वी यादव को सीएम और मुकेश सहानी को डिप्टी सीएम का चेहरा घोषित कर चुनावों में लंबी छलांग लगा ली. जहां महागठबंधन ने अपना घोषणा पत्र और नेता तय कर दिया वहीं अब तक चुनावी रेस में आगे चल रही बीजेपी पिछड़ती नज़र आ रही हैं.
महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में घोषित किए जाने पर, राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “सवाल यह है कि NDA का चेहरा कौन होगा? अभी तक, कोई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हुई है, कोई विजन सामने नहीं आया है, कोई एजेंडा घोषित नहीं हुआ है, और कोई मुख्यमंत्री घोषित नहीं हुआ है. अमित शाह के बयान से साफ है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद विधायक दल के विधायक अपना नेता चुनेंगे। भाजपा नहीं चाहती कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनें.”

