Friday, October 24, 2025

Bihar election: JMM बिहार चुनाव नहीं लड़ेगा, RJD और कांग्रेस पर ‘राजनीतिक चतुराई’ दिखाने का लगाया आरोप

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Bihar election: हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने अपने गठबंधन सहयोगियों राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस पर ‘राजनीतिक चतुराई’ दिखाने और अंतिम समय तक सीट बंटवारे को लेकर जेएमएम को अंधेरे में रखने का आरोप लगाते हुए बिहार विधानसभा चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया है.

JMM ने किया था Bihar election में 6 उम्मीदवार उतारने का एलान

ऐसा कहा जा रहा है कि बिहार चुनाव में नहीं शामिल होने के जेएमएम के फैसले का असर झारखंड में इंडिया गठबंधन पर पड़ सकता है. JMM ने पहले अकेले चुनाव लड़ने और 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा की छह सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी. लेकिन फिर इस फैसले के दो दिन बाद उसने अपना फैसला बदल दिया. हालाँकि इन दो दिनों में भी पार्टी की ओर से किसी ने भी बिहार चुनाव के लिए नामांकन दाखिल नहीं किया. जबकि बिहार चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर थी.

कांग्रेस और आरजेडी पर लगाया राजनीतिक ‘चतुराई’ दिखाने का आरोप

सोमवार शाम गिरिडीह स्थित अपने आवास पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, झामुमो नेता और राज्य के शहरी आवास एवं विकास मंत्री सुदिव्य कुमार ने इस घटनाक्रम को बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख विरोधी दल (राजद) की राजनीतिक ‘चतुराई’ का नतीजा बताया, जिसका कांग्रेस ने भी समर्थन किया था.
मुख्यमंत्री सोरेन के करीबी माने जाने वाले कुमार ने कहा, “यह गठबंधन में प्रमुख दल की राजनीतिक चतुराई का नतीजा है. उन्होंने किसी न किसी दल से बातचीत के नाम पर हमें इंतज़ार करवाया. हम हमेशा गठबंधन को मज़बूत करना चाहते थे. लेकिन इस बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य का गठबंधन पर असर पड़ना तय है. हम झारखंड में इस व्यवस्था का पुनर्मूल्यांकन करेंगे.”

कांग्रेस पर भी लगाया आरजेडी की चालाकी में शामिल होने का आरोप

कांग्रेस को भी समान रूप से ज़िम्मेदार ठहराते हुए, सुदिव्य कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस घटनाक्रम में राजद का समर्थन किया.
सुदिव्य कुमार ने आगे कहा, “हमारे नेता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अनुरोध का सम्मान किया और पटना में उनकी मतदाता अधिकार रैली के अंतिम दिन शामिल हुए. हालाँकि, कांग्रेस भी राजद के साथ मिली हुई थी और उन्होंने झामुमो के पक्ष में कुछ नहीं कहा.”

जेएमएम ने सीट शेयरिंग को लेकर क्या कहा

सुदिव्य कुमार के बोलने से लगभग दो घंटे पहले, झामुमो महासचिव विनोद पांडे ने रांची में संवाददाताओं से कहा कि गठबंधन के नेताओं ने उन्हें आखिरी मिनट तक इंतज़ार करवाया.
पांडे ने कहा, “हमारे उम्मीदवार तैयार हैं और हमारी हरी झंडी का इंतज़ार कर रहे हैं. अभी भी मुझे हमारे उम्मीदवारों के फ़ोन आ रहे हैं. हम गठबंधन के नेताओं से इस मामले को सुलझाने का अनुरोध करते हैं.”
सुदिव्य कुमार और पांडे, दोनों को झामुमो के सीट बंटवारे पर गठबंधन सहयोगियों के साथ बातचीत करने के लिए अधिकृत किया गया था. सुदिव्य कुमार ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर 7 अक्टूबर को पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ एक बैठक हुई थी, जिसमें विनोद पांडे और वह खुद शामिल हुए थे.

जेएमएम ने की झारखंड में गठबंधन की समीक्षा की बात कही

सुदिव्य कुमार ने कहा, “7 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक राजद ने जोड़-तोड़ की और कांग्रेस ने इस व्यवहार में उनका साथ दिया. बिहार चुनाव 2020 में भी, राजद और कांग्रेस ने झामुमो को तीन सीटें देने का आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने हमें धोखा देते हुए आपस में सीटें बांट लीं. हम भविष्य में गठबंधन की समीक्षा करेंगे, जो झामुमो और झारखंड के हितों के अनुसार होगा.”
झामुमो ने भले ही झारखंड में गठबंधन की समीक्षा करने पर ज़ोर दिया हो, लेकिन कांग्रेस और राजद के राज्य नेताओं ने इस मुद्दे पर, कम से कम ‘अभी के लिए’, चुप्पी साधे रखी है.

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