Ashley Tellis Arraest : वॉशिंगटन. भारतीय मूल के अमेरिकी विदेश विभाग के सीनियर एडवाइजर एश्ले टेलिस को 12 अक्टूबर को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है. मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, उन पर देश की सुरक्षा से जुड़े गोपनीय डॉक्यूमेंट्स अपने पास रखने और चीनी अधिकारियों से सीक्रेट मुलाकात के आरोप हैं.
Ashley Tellis के घर से मिले सीक्रेट दस्तावेज
64 साल के टेलिस के वर्जीनिया वाले घर से एफबीआई को 1,000 से ज्यादा पेज के सीक्रेट दस्तावेज मिले हैं. अगर वे दोषी पाए गए तो 10 साल जेल और 2.5 लाख डॉलर (लगभग 2 करोड़ रुपए) का जुर्माना हो सकता है. टेलिस की सुनवाई वर्जीनिया कोर्ट में होगी. उन्हें जमानत मिलने की संभावना कम है, क्योंकि मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है. एश्ले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के कार्यकाल में कई वरिष्ठ पदों पर और अब विदेश विभाग में अनपेड़ एडवाइजर के रूप में कार्यरत थे.
अधिकारी ने खुद को बताया बेगुनाह
एश्ले टेलिस ने अपने उपर लगाये गये सारे आरोपों को झूठा करार दिया है. गिरफ्तारी के बाद उन्होंने कहा है कि वो अपने खिलाफ खड़ी सारी ताकतों से लड़ेंगे. अमेरिकी जांच अधिकारियों ने एश्ले पर सरकारी कागजात चुराने का आरोप लगाया है. जांच एजेंसी एफबीआई के द्वारा कोर्ट में फाइल किये गये आरोप में कहा गया है कि टेलिस 25 सितंबर की देर रात स्टेट डिपार्टमेंट में घुसे, और वहीं से उन्होने अमेरिकी एयरफोर्स की तकनीकों से संबंधित कई गोपनीय जानकारी वाले डॉक्यूमेंट्स प्रिंट किये.
जांच अधिकारियों ने कहा कि एश्ले ने जांच में सहयोग किया
तलाशी के लिए वर्जीनिया में एश्ले के घर पहुंचे एफबीआई अधिकारियों ने कहा कि ‘तलाशी के दौरान टेलिस ने अधिकारियों के साथ सहयोग किया. उन्होंने अपनी फिंगरप्रिंट से एक लैपटॉप को अनलॉक किया और फाइलिंग कैबिनेट की चाबियां भी प्रदान कीं. अपने सरकारी पदों के कारण, उनके पास संवेदनशील ‘कंपार्टमेंटलाइज्ड इंफॉर्मेशन (SCI)’ तक पहुंच के साथ टॉप सीक्रेट की सुरक्षा मंजूरी थी.’