Bihar elections 2025: बुधवार को जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने घोषणा की कि वह नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि यह फैसला उनकी पार्टी के व्यापक हित में लिया गया है.
किशोर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “यह पार्टी के व्यापक हित में लिया गया हमारा फैसला था. अगर मैं चुनाव लड़ता, तो इससे मुझे ज़रूरी संगठनात्मक कार्यों से ध्यान भटकता.”
VIDEO | EXCLUSIVE: “No, I won’t contest. Party has decided… I will continue to do the work I have been doing in the party. I will continue with the organisational work for the larger interest of the party,” Jan Suraaj (@PrashantKishor) founder Prashant Kishor said responding to… pic.twitter.com/aYpbz9mpth
— Press Trust of India (@PTI_News) October 15, 2025
Bihar elections 2025: राघोपुर से व्यवसायी चंचल सिंह को दिया टिकट
किशोर ने यह भी कहा कि सामूहिक फ़ैसले के कारण ही उनकी पार्टी ने बिहार की राघोपुर सीट से राजद के तेजस्वी यादव के ख़िलाफ़ एक और उम्मीदवार उतारा है. पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि राघोपुर में प्रशांत किशोर बनाम तेजस्वी यादव का मुक़ाबला होगा, लेकिन जन सुराज पार्टी ने इस सीट से एक स्थानीय व्यवसायी चंचल सिंह को मैदान में उतारा.
10 से कम सीटें या 150 से ज़्यादा सीटें जीतने की उम्मीद-प्रशांत किशोर
किशोर ने ज़ोर देकर कहा, “अगर जन सुराज पार्टी बिहार चुनाव जीतती है, तो इसका देशव्यापी प्रभाव पड़ेगा. राष्ट्रीय राजनीति का रुख़ एक अलग दिशा में जाएगा.”
किशोर ने आगामी चुनावों में अपनी पार्टी की संभावनाओं पर भी भरोसा जताया और कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि यह मुकाबला या तो पार्टी के लिए बड़ी जीत होगी या पूरी तरह से हार.
उन्होंने पीटीआई-भाषा से एक विशेष साक्षात्कार में कहा, “मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि मैं लगातार कहता रहा हूँ कि मुझे या तो 10 से कम सीटें या 150 से ज़्यादा सीटें मिलने की उम्मीद है. इन दोनों के बीच कोई संभावना नहीं है.”
अगर बिहार में त्रिशंकु विधानसभा आती है तो क्या होगा?
साक्षात्कार के दौरान, प्रशांत किशोर से यह भी पूछा गया कि बिहार में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में आप किसका साथ देंगे, एनडीए का या भारत ब्लॉक का.
इस सवाल का जवाब देते हुए, किशोर ने कहा कि खंडित जनादेश असंभव है. हालांकि, उन्होंने कहा, “150 से कम सीटें, चाहे वह 120 या 130 ही क्यों न हों, मेरे लिए हार होगी. अगर हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो हमें बिहार को बदलने और इसे देश के 10 सबसे उन्नत राज्यों में शामिल करने का जनादेश मिलेगा. अगर हम अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो इसका मतलब होगा कि लोगों ने हम पर पर्याप्त विश्वास नहीं दिखाया है, और हमें अपनी सड़क और समाज की राजनीति जारी रखनी होगी.”
प्रशांत किशोर की पार्टी ने अब तक अपने उम्मीदवारों तीन सूची जारी की है. 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी.