व्यापार: आज की तेजी से बदलती दुनिया में आपकी आर्थिक सेहत का पैमाना सिर्फ आपकी महीने की कमाई या बैंक में रखी बचत नहीं है. अगर आप सच में जानना चाहते हैं कि आप वित्तीय रूप से कितने मजबूत हैं, तो आपको अपनी नेटवर्थ को समझना होगा. यह वो आंकड़ा है, जो आपकी आर्थिक सफलता की असली तस्वीर पेश करता है.
भारत में आज वित्तीय जागरूकता एक नए मुकाम पर है. जब देश में म्यूचुअल फंड में निवेश का आंकड़ा ₹50 लाख करोड़ के विशाल स्तर को पार कर चुका है और 10 करोड़ से ज्यादा आम निवेशक बाजार में सक्रिय हैं, तब अपनी कुल संपत्ति का सही आकलन करना पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. सीधे और सरल शब्दों में कहें तो नेटवर्थ का मतलब है, अगर आप आज अपनी सारी संपत्तियां बेचकर अपने सभी कर्ज चुका दें, तो आपके हाथ में जो रकम बचेगी, वही आपकी असली पूंजी यानी नेटवर्थ है.
नेटवर्थ है आपकी आर्थिक कुंडली
अपनी नेटवर्थ की गणना करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है, बल्कि यह बेहद आसान है. इसके लिए आपको अपनी वित्तीय स्थिति का एक स्पष्ट खाका तैयार करना होता है. आइए, इसे एक साधारण उदाहरण से समझते हैं कि यह गणित कैसे काम करता है.
सबसे पहले अपनी सभी संपत्तियों (Assets) को जोड़ें: संपत्ति वह हर चीज है जिसका आप पर मालिकाना हक है और जिसकी कोई बाजार कीमत है. इसमें आपकी छोटी-बड़ी सभी चीजें शामिल होती हैं.
- बैंक खाते में जमा राशि: ₹100,000
- फिक्स्ड डिपॉजिट (FD): ₹1,00,000
- शेयर बाजार में निवेश (AMD): ₹1,00,000
- आपका घर (मौजूदा बाजार मूल्य): ₹50,00,000
- आपकी कार (मौजूदा बाजार मूल्य): ₹10,00,000
- सोने-चांदी के जेवरात: ₹2,00,000
- आपकी कुल संपत्ति हुई: ₹65 लाख
अब अपनी सभी देनदारियों (Liabilities) की सूची बनाएं: देनदारियां वे सभी कर्ज हैं जिन्हें आपको आज या भविष्य में चुकाना है.
- होम लोन का बकाया: ₹20,00,000
- कार लोन का बकाया: ₹3,00,000
- क्रेडिट कार्ड का बिल: ₹30,000
- आपकी कुल देनदारियां हुईं: ₹23.3 लाख
अब फॉर्मूला इस्तेमाल करें: नेटवर्थ का सीधा फॉर्मूला है: कुल संपत्ति कुल देनदारियां
- ₹65 लाख ₹23.3 लाख = ₹41.7 लाख
इस गणना के अनुसार, आपकी वास्तविक नेटवर्थ ₹41.7 लाख है.
क्यों जरूरी है अपनी नेटवर्थ जानना?
- आपकी प्रगति का सटीक मापदंड: अगर आपकी नेटवर्थ साल-दर-साल बढ़ रही है, तो यह इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आपके वित्तीय निर्णय, बचत और निवेश सही रास्ते पर हैं. यह आपकी व्यक्तिगत बैलेंस शीट की तरह काम करता है.
- आपात स्थिति में आपका सुरक्षा कवच: एक सकारात्मक और बढ़ती हुई नेटवर्थ यह भरोसा देती है कि आप जीवन में आने वाले अप्रत्याशित संकटों, जैसे कोई मेडिकल इमरजेंसी या नौकरी जाने की स्थिति का सामना करने के लिए बेहतर रूप से तैयार हैं.
- रिटायरमेंट की राह होगी आसान: रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए नेटवर्थ एक अहम भूमिका निभाती है. वित्तीय विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर आप 60 साल की उम्र तक ₹1 से ₹2 करोड़ की नेटवर्थ बना लेते हैं, तो आप आराम से हर महीने ₹20,000 तक की रकम निकाल सकते हैं (4% विड्रॉल रूल के अनुसार), जो एक तरह से आपकी पेंशन का काम करेगी.
- लोन लेने में मिलती है मदद: जब आप किसी बड़े लोन, जैसे होम लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक आपकी आय के साथ-साथ आपकी नेटवर्थ पर भी गौर करते हैं. एक मजबूत नेटवर्थ आपकी साख को बढ़ाती है. उदाहरण के लिए, ₹50 लाख की नेटवर्थ वाले व्यक्ति को ₹25 लाख का होम लोन मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है.
कैसे बनें अपनी दौलत के स्मार्ट मैनेजर?
अपनी नेटवर्थ को सिर्फ एक बार कैलकुलेट करके भूल जाना काफी नहीं है. इसे नियमित रूप से ट्रैक करना बेहद जरूरी है. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि आपको हर छह महीने में अपनी नेटवर्थ का मूल्यांकन करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि शेयर बाजार, सोना और प्रॉपर्टी जैसे निवेशों का मूल्य समय के साथ बदलता रहता है, जिससे आपकी संपत्ति का आंकड़ा भी घटता-बढ़ता है. आप एक साधारण एक्सेल शीट बनाकर अपनी संपत्ति और देनदारियों को ट्रैक कर सकते हैं.