चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव Bihar election कार्यक्रम की घोषणा आज शाम यानी 5 अक्तूबर सोमवार 4 बजे की जाएगी.
दो दिन से पटना में थी चुनाव आयोग की टीम
यह घोषणा राज्य में चुनाव तैयारियों की दो दिवसीय व्यापक समीक्षा के बाद की गई है. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्तों सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी के साथ सप्ताहांत में पटना में कई बैठकें कीं और स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन-मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था, रसद और प्रवर्तन तैयारियों का आकलन किया.
Bihar election को पारदर्शी, समावेशी और शांतिपूर्ण कराएगा चुनाव आयोग-ज्ञानेश कुमार
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, “हम बिहार में पारदर्शी, समावेशी और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.”
समीक्षा में चुनाव योजना के हर पहलू को शामिल किया गया—ईवीएम प्रबंधन, मतदान केंद्रों को युक्तिसंगत बनाना, चुनाव कर्मचारियों के प्रशिक्षण से लेकर कानून-व्यवस्था और मतदाता जागरूकता अभियानों तक. जिला चुनाव अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि वे सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं पर कड़ी नज़र रखें और ज़रूरत पड़ने पर तुरंत कानूनी कार्रवाई करें.
बिहार में राजनीतिक दलों के साथ भी चुनाव आयोग ने की थी बैठक
आज की घोषणा से पहले, चुनाव आयोग ने भाजपा, जद(यू), राजद, कांग्रेस, भाकपा(माले), आप और अन्य प्रमुख राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की और चुनाव कार्यक्रम पर उनके सुझाव मांगे. कई दलों ने आयोग से बिहार के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार छठ पूजा के बाद चुनाव कराने का आग्रह किया ताकि मतदान प्रतिशत अधिकतम हो सके.
जद(यू) बिहार अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पार्टी ने त्योहार के तुरंत बाद एक चरण में मतदान कराने का अनुरोध किया था ताकि प्रवासी मतदाता अपने घर लौटकर मतदान कर सकें. भाजपा ने भी इस मांग को दोहराया और मतदाताओं का विश्वास बढ़ाने के लिए एक या दो चरणों में चुनाव कराने और संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग की.
पिछले विधानसभा चुनाव में तीन चरणों में हुआ था मतदान
30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के कुछ ही दिनों बाद कार्यक्रम की घोषणा की जाने वाली, जिसमें कुल मतदाताओं की संख्या 7.42 करोड़ है. पिछली बार 2020 विधानसभा चुनावों में तीन चरण में मतदान हुआ था.
पहले चरण में पटना में चुनाव हुआ था. उसके बाद पटना के आस-पास की सीट और अंतिम चरण में सीमांचल में वोट डाले गए थे.
आगामी चुनावों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है. हलांकि इस बार चुनाव विश्लेषक और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी चुनावी मैदान में जीत के दावे के साथ उतर रहे हैं.
बा अगर इस विधानसभा की सीट शेयरिंग की करें तो इस बार 243 सदस्यीय विधानसभा में, एनडीए के पास वर्तमान में 131 सीटें हैं, जबकि महागठबंधन के पास 111 सीटें हैं.
ये भी पढ़ें-प्रधानमंत्री मोदी का बिहार के विपक्ष पर वार, कहा– ‘झांसे में ना आयें,जननायक का…