सुरेश रैना और शिखर धवन से पूछताछ के बाद, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब दो और पूर्व भारतीय क्रिकेटरों युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को कई अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफार्मों जांच Betting App Case मामले में समन जारी किया. अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि, खिलाड़ियों को अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफार्मों जो सरोगेट विज्ञापनों के लिए कई प्लेटफार्मों का उपयोग करते हैं और उपयोग से धन एकत्र करते हैं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में समन जारी किया गया है.
युवराज सिंह, रॉबिन उथप्पा और सोनू सूद तलब
दाएं हाथ के बल्लेबाज उथप्पा को 22 सितंबर को ईडी मुख्यालय में उपस्थित होकर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया है, जबकि युवराज को 23 सितंबर को जांच एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है. इसके अलावा अभिनेता सोनू सूद को 24 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है
इससे पहले, वित्तीय अपराध जांच एजेंसी ने इस मामले में रैना से 13 अगस्त और धवन से 4 सितंबर को पूछताछ की थी.
बंगाली और बॉलीवुड के कई सितारों से भी हो रही पूछताछ
पूर्व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद मिमी चक्रवर्ती से सोमवार को पूछताछ की गई, जबकि बंगाली अभिनेता अंकुश हाजरा से मंगलवार को ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया कि बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला के भी मंगलवार को एजेंसी के सामने पेश होने की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक वो बयान दर्ज कराने नहीं आई थीं.
ईडी कई मशहूर हस्तियों को बुला रहा है ताकि सट्टेबाजी ऐप्स से उनके संबंधों, उनसे अर्जित विज्ञापन शुल्क और उनके बीच संचार के तरीके का पता लगाया जा सके. जुलाई में, एजेंसी ने इस जाँच के तहत गूगल और मेटा के प्रतिनिधियों को पूछताछ के लिए बुलाया था.
गूगल और मेटा के प्रतिनिधियों से भी हुई थी पूछताछ
वित्तीय अपराध जाँच एजेंसी कई अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफ़ॉर्म की जाँच कर रही है और उसने उन तकनीकी कंपनियों और मीडिया घरानों के प्रतिनिधियों से पूछताछ की है, जिन्होंने इनसे विज्ञापनों के रूप में धन प्राप्त किया है. इससे पहले गूगल और मेटा के प्रतिनिधियों को भी इसी जाँच के सिलसिले में ईडी कार्यालय बुलाया गया था.
Betting App Case क्या है
ईडी की जाँच के दायरे में अवैध सट्टेबाजी और जुए से जुड़े कई प्लेटफ़ॉर्म, जिनमें विभिन्न सोशल मीडिया आउटलेट्स और ऐप स्टोर्स पर उनके लिए रखे गए विज्ञापनों के उदाहरण शामिल हैं.
2023 में, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने समाचार पत्रों, प्रसारण समाचार चैनलों, मनोरंजन चैनलों, ऑनलाइन समाचार और समसामयिक विषयों की सामग्री के प्रकाशकों, ऑनलाइन विज्ञापन मध्यस्थों (जैसे गूगल और फेसबुक) और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स का विज्ञापन न करने के लिए चार एडवाइजरी जारी कीं.
केंद्र के इन निर्देशों के बावजूद कि ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापनों की अनुमति नहीं है, मनोरंजन और खेल जगत की जानी-मानी हस्तियों ने इनका समर्थन किया. एक ईडी अधिकारी के अनुसार, ये अभिनेता और खिलाड़ी भी ईडी की जाँच के दायरे में हैं और उन्हें जल्द ही तलब किया जा सकता है.
पिछले कई महीनों में ईडी द्वारा एकत्रित की गई जानकारी के अनुसार, कई सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म, जिन पर वर्षों से प्रतिबंध लगा हुआ है, अभी भी नाम बदलकर अपना संचालन कर रहे हैं और मशहूर हस्तियों और सोशल मीडिया प्रभावितों द्वारा उनका प्रचार किया जा रहा है.
ये प्लेटफ़ॉर्म भारत सरकार के कई कानूनों और निर्देशों का उल्लंघन करते हैं, जिनमें कर चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) शामिल हैं, क्योंकि इनके ज़रिए अवैध रूप से देश से पैसा बाहर भेजा जाता है. अधिकारी ने बताया कि अनुमान है कि लगभग 22 करोड़ भारतीय उपयोगकर्ता वर्तमान में विभिन्न सट्टेबाजी ऐप्स से जुड़े हुए हैं, और इनमें से 11 करोड़ नियमित उपयोगकर्ता हैं.

