दिल्ली: भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लगातार नए आयाम हासिल कर रहा है .इस कड़ी में भारत का पहला आत्मनिर्भर मानव मिशन गगनयान 2024 में अंतरिक्ष में प्रवेश करने के लिए तैयार है.
पहली दो लांचिंग होगी मानव रहित
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने सरकार द्वारा विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में की जा रही उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि पहल ये सोचा गया था कि गगनयान 2022 में ही सफलतापूर्वक लांच कर लिया जायेगा लेकिन कोविड की वजह से इसमें देरी हुई. अब अगले साल (2024) में इसकी दो प्रिलिमनरी लॉन्चिंग होगी. पहली लॉन्चिंग अनमैंड होगी. पहली बार की लांचिंग में विमान मानव रहित होगा, क्योंकि विमान को सुरक्षित स्पेस से वापस उसी रास्ते से लाना जरुरी है. दूसरी बार जब टेस्ट के लिए लांचिंग होगी तो उसमें भी मानव की जगह पर रॉबोट को भेजा जायेगा. ये परीक्षण सफल रहे तो 2024 में मानव के साथ गगनयान को स्पेस में भेजा जा सकेगा.
परीक्षण सफल रहे तो वैज्ञानिको का बढ़ेगा उत्साह
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि गगनयान के सफलता आत्मनिर्भर भारत के लिए एक बहुत बड़ा सम्मान का प्रतीक बनेगा.इससे देश के वैज्ञानिकों का उत्साह बढ़ेगा.डा. जीतेंद्र सिंह ने कहा कि ये अपने आप में ऐतिहासिक पल होगा, क्योंकि हमने अमेरिका और रुस के मुकाबले देर से अपने मिशन शुरु किये हैं.लेकिन आज अमेरिका और रुस के संस्थान हमारे सिखाये लोगों से सीखते हैं.
स्वदेसी गगनयान में भारतीय स्ट्रोनॉट जायेंगे अंतरिक्ष
भारत की तरफ से सबसे पहले राकेश शर्मा अंतरिक्ष में गए थे, लेकिन वह अंतरिक्ष के एक सोविंएट मिशन के अंतर्गत गए थे. इस बार भारत अपने देश में तैयार गगनयान में अपने नागरिक को भेजेगा.जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पिछले 8 वर्षों में जिस तरह से विज्ञान को सम्मान दिया है, वैज्ञानिकों को एक सम्मानजनक स्थान दिया है,काम के माहौल में परिवर्तन लाए हैं उससे उनकी कार्यक्षमता बढ़ी है. बहुत से नियमों का सरलीकरण हुआ है. उदाहरण के तौर पर कई अंतरिक्ष कार्यक्रमों को प्राइवेट पब्लिक पार्टिसिपेशन के लिए खोल दिया गया है. उसका नतीजा यह है कि वहां से प्राइवेट रॉकेट लॉन्च हो रहे हैं. डा जीतेंद्र सिंह ने कहा कि इस साल के खत्म हेते होते एक अद्भुत किस्म का उत्साह देशभर में देखने को मिलेगा. हम पूरी तरह से “गगनयान” को अंतरिक्ष में छोड़ने के लिए तैयार होंगे. गगनयान भारत का पहला ह्यूमन फ्लाइट होगा जो भारतीय मूल के हमारे एस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष में ले जाने का काम करेगा.