नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पुलिस थानों में तैनात ड्यूटी ऑफिसर और इंटेग्रेटेड पब्लिक फैसिलिटेशन ऑफिसर अब अदब से बात करते दिखाई देंगे। दरअसल दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर में अगले 15 दिन के भीतर करीब 2000 पुलिसकर्मियों को इसके लिए ट्रेंड किया जाएगा।
इन विषयों की दी जाएगी जानकारी
इस वर्कशॉप को 'शिष्टाचार एवं कौशल प्रशिक्षण' का नाम दिया गया है। इसके तहत पेशेवर आचरण, कानून ज्ञान और प्रभावी जनभागिता के लिए जरूरी सॉफ्ट स्किल्स के बारे में जानकारी दी जाएगी। पुलिस कमिश्नर एसबीके सिंह ने सोमवार को इस वर्कशॉप का उद्घाटन किया। पुलिस अफसरों ने बताया कि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का मकसद नागरिकों को प्रभावी ढंग हैंडल करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए स्टाफ के कौशल और ज्ञान को बढ़ाना है।
4 सितंबर तक चलेगा प्रोग्राम
दिल्ली पुलिस अकैडमी के एक्सपर्ट्स और अनुभवी फैकल्टी के जरिए यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए 700 ड्यूटी ऑफिसरों के दो बैच, जबकि 1300 इंटेग्रेटेड पब्लिक फैसिलिटेशन ऑफिसर्स के तीन बैच बनाए गए हैं। हर बैच को दो-दो दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी, जो 4 सितंबर तक चलेगी।
सीपी ने बुकलेट का किया अनावरण
सीपी एसबीके सिंह ने ट्रेनिंग के लिए तैयार दो बुकलेट का अनावरण करते हुए जनता के साथ बातचीत के दौरान शिष्टाचार, व्यावसायिकता और संवेदनशीलता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस और जनता के बीच शुरुआती बातचीत आपसी भरोसा बनाने के लिए अहम है। इस मौके पर स्पेशल सीपी (ट्रेनिंग) संजय कुमार, डीपीए के जॉइंट डायरेक्टर आसिफ मोहम्मद अली समेत कई आला अफसर मौजूद रहे।

