Cambodia-Thailand conflict: कंबोडिया में भारतीय दूतावास ने थाईलैंड के साथ चल रही झड़पों के बीच वहां की यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें सुझाव दिया गया है कि वे सीमावर्ती क्षेत्रों में जाने से बचें.
दूतावास ने जारी किया फ़ोन नंबर और ईमेल आईडी
एडवाइजरी में कहा गया है, “कंबोडिया-थाईलैंड सीमा पर चल रही झड़पों को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को सीमावर्ती क्षेत्रों की यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है.”
एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से किसी भी आपात स्थिति में नोम पेन्ह स्थित दूतावास से संपर्क करने को कहा गया है. दूतावास ने इसके लिए एक फ़ोन नंबर और ईमेल आईडी भी जारी की है.
एडवाइजरी में आगे कहा गया है, “किसी भी आपात स्थिति में, भारतीय नागरिक नोम पेन्ह स्थित भारतीय दूतावास से +855 92881676 पर संपर्क कर सकते हैं या cons.phnompenh@mea.gov.in पर ईमेल कर सकते हैं.”
यह एडवाइजरी कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा पर हाल ही में हुए तनाव और संघर्ष के बीच जारी किया गया है. संघर्ष के मद्देनजर, थाईलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने पहले एक यात्रा एडवाइजरी जारी की थी जिसमें भारतीय नागरिकों से थाईलैंड-कंबोडिया सीमा के पास के कुछ इलाकों में जाने से बचने का आग्रह किया गया था.
भारतीय दूतावास ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, “थाईलैंड-कंबोडिया सीमा के पास की स्थिति को देखते हुए, थाईलैंड जाने वाले सभी भारतीय यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे थाई आधिकारिक स्रोतों, जिनमें TAT न्यूज़रूम भी शामिल है, से अपडेट लेते रहें.”
Cambodia-Thailand conflict
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच शनिवार को तीसरे दिन भी संघर्ष जारी रहा. इस खूनी संघर्ष में मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई और नोम पेन्ह ने “तत्काल युद्धविराम” का आह्वान किया है.
लंबे समय से चल रहा सीमा विवाद गुरुवार को जेट, तोपखाने, टैंक और ज़मीनी सैनिकों के बीच भीषण संघर्ष में बदल गया, जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस संकट पर एक आपात बैठक बुलाई.
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि लड़ाई में अब तक 13 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें आठ नागरिक और पाँच सैनिक शामिल हैं, और 71 लोग घायल हुए हैं.
थाईलैंड में, सेना ने कहा कि शुक्रवार को पाँच सैनिक मारे गए, जिससे वहाँ मरने वालों की संख्या 20 हो गई – 14 नागरिक और छह सैन्य.
दोनों देशों में मरने वालों की संख्या अब 2008 और 2011 के बीच हुई पिछली बड़ी लड़ाई में मारे गए 28 लोगों से ज़्यादा है.
यह लड़ाई उनकी साझा 800 किलोमीटर (500 मील) सीमा पर लंबे समय से चल रहे विवाद में अचानक बढ़ जाने के चलते शुरु हुई. कई इलाकों में दर्जनों किलोमीटर ज़मीन पर विवाद है और 2008 से 2011 के बीच लड़ाई छिड़ गई, जिसमें कम से कम 28 लोग मारे गए और हज़ारों लोग विस्थापित हुए.
2013 में संयुक्त राष्ट्र की एक अदालत के फ़ैसले ने एक दशक से भी ज़्यादा समय से चले आ रहे इस मामले का निपटारा कर दिया था लेकिन मौजूदा संकट मई में तब शुरू हुआ जब एक नए संघर्ष में एक कंबोडियाई सैनिक मारा गया.