Parliament Monsoon Session Start : संसद का मानसून सत्र आज से शुरु हो गया है, जो 21 अगस्त तक चलेगा. सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने सरकार से पहलगाम हमले पर चर्चा की मांग की. जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों में कामकाज बाधित हो गया. लोकसभा को पहले 12 बजे तक फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया . विपक्ष ने संसद का सत्र शुरु होने से पहले ही ये साफ कर दिया था कि वो सरकार से पहलगाम में हुए हमले, ऑपरेशन सिंदूर और कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा चाहते हैं. इसलिए ये पहले से ही माना जा रहा था कि मानसून सत्र की शुरुआत हंगामेदार होगाी. इसी संदर्भ में उपराष्ट्ररति जगदीप धनकड़ ने संसद में मौजूद तमाम राजनीतिक दलों के एक पत्र लिखा है.
Parliament Monsoon Session Start : उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने लिखी चिट्ठी
उपराष्ट्रति जगदीप धनकड़ ने देश के तमाम राजनीतिक दलों के नाम एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होने कहा है कोई भी दल भारत के हितों का विरोधी नहीं है .जीवंत लोकतंत्र कलह के वातावरण में फलफूल नहीं सकता है, इस लिए संसद में होने वाली बैठकों में विवाद को नहीं बल्कि संवाद तो स्थान मिलना चाहिये.
उपराष्ट्रपति धनकड़ की चिट्ठी
“माननीय सदस्यों,
एक जीवंत लोकतंत्र निरंतर कलह के वातावरण में फल-फूल नहीं सकता। राजनीतिक तनाव को कम करना आवश्यक है, क्योंकि टकराव राजनीति का मर्म नहीं है। विभिन्न राजनीतिक दल भले ही अलग-अलग रास्तों से लक्ष्य तक पहुंचना चाहें, लेकिन कोई भी भारत के हितों का विरोधी नहीं है।
मैं सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करता हूं कि वे सौहार्द और आपसी सम्मान की भावना को बढ़ावा दें। टेलीविज़न या अन्य मंचों पर नेताओं के विरुद्ध अमर्यादित भाषा या व्यक्तिगत हमलों से बचें। ऐसा आचरण हमारी सभ्यता के मूल स्वरूप के विरुद्ध है।
विवाद नहीं, संवाद और चर्चा ही आगे बढ़ने का मार्ग है। आपसी झगड़े हमारे शत्रुओं को मजबूत करते हैं और उन्हें हमें बांटने का अवसर प्रदान करते हैं।
भारत की ऐतिहासिक शक्ति संवाद, विमर्श और विचार-विनिमय में रही है — यही हमारे संसद का मार्गदर्शक होना चाहिए।
मैं सत्तापक्ष और विपक्ष — सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करता हूं कि वे भारत की प्रगति हेतु रचनात्मक राजनीति करें।
आपके सहयोग और सक्रिय सहभागिता से मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह मानसून सत्र उपयोगी और अर्थपूर्ण सिद्ध होगा।”