अभिषेक झा,ब्यूरो चीफ.
पटना: बैठक के बाद डीजीपी आर एस भट्टी ने सभी जिलों के पुलिस पदाधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये. तमाम आलाधिकारियों के साथ मीटिंग को संबोधित करते हुए डीजीपी भट्टी ने कहा कि ये मानना असंभव है कि पुलिस अपराधियों की धड़ पकड़ करने में सक्षम नहीं है. पुलिस विभाग को प्रिवेंशन ऑफ क्राइम पर फोकस करना चाहिये .अनुसंधान सही तरीके से होनी चाहिए. ताकि आपराध को होने से पहले ही रोका जा सके.
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बिहार में नये डीजीपी आर एस भट्टी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिं के जरिये राज्य के सभी जिलों के पुलिस पदधिकारियों से बात की और अपराध और अपराधियों पर लगाम लागने के लिए रणनीति पर बात की. pic.twitter.com/bYoXoezlur— THEBHARATNOW (@thebharatnow) December 21, 2022
सबसे ज्यादा अपराध वाले जिलों पर नजर
डीजीपी भट्टी ने तमाम पुलिस अफसरों को ये साफ कर दिया कि अपराध के प्रति उनका नजरिया जीरो टालरेंस का है और अपराध को नियंत्रण के लिए जरुरत पड़ी तो राज्य के हर जिले में जायेंगे. सबसे पहले उन जिलों में जायेंगे जहां अपराध की दर सबसे ज्यादा है.
नवनियुक्त डीजीपी आर एस भट्टी अपराध के प्रति जीरो टालरेंस के लिए जाने जाते हैं. वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद उन्होंने कहा कि पुलिस को अपराध रोकन के लिए रणनीति बनानी चाहिये कि अपराध को रोका कैसे जाये. पुलिस विभाग के जो माने हुए तरीके हैं उसको ठीक से फोलो किया जाये, जैसे एक्टिव क्रिमिनल्स की प्रोफाइलिंग, उनके छिपने की जगह का पता लगाया जाये और उसपर कड़ी नजर रखी जाये.
पुलिस की कार्यप्रणाली पर डीजीपी भट्टी की नजर
डीजीपी ने साफ लफ्जों मे कहा कि अगर पुलिस अपराधियों को दौड़ायेगी तो अपराध अपने आप कम होगा. अगर क्रिमिनल्स को आराम से बैठने दिया गया तो वो अपराध को अंजाम देने के लिए नये-नये तरीके इजाद करेगा और पुलिस को परेशान करेगा. सीधा फार्मूला है, अगर आप क्रिमिनल्स को नहीं दौड़ायेंगे तो क्रिमिनल्स आपको दौड़ायेंगे.ये आपको तय करना है कि आपको क्या करना है.
बिहार डीजीपी भट्टी ने कहा अगर पुलिस अपराधियों को नही दौड़ायेगी तो अपराधी पुलिस को दौराड़ेगे , इसका चुनाव आपको खुद करना है. pic.twitter.com/z5XQiLm9cC
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बिहार के नये पुलिस महानिदेशक ने साफ कर दिया है कि अपराध और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा लेकिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ सीधी कार्रवाई से बचें.
नीतीश कुमार का मास्टर स्ट्रोक
हाल के दिनों में बिहार में जिस तरह से अपराध और अपराधी बेलगाम होकर हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं उसने सुशासन बाबू के नाम से जाने जाने वाले नीतीश कुमार की छवि को बट्टा लगा दिया है. पिछले कुछ समय में नीतीश कुमार के शासन को लेकर अगर किसी चीज की सबसे ज्यादा निंदा हुई है तो वो है राज्य में बढ़ता हुआ आपराध. बेगुसराय गोली कांड जैसी घटनाओं ने सीधी-सीधे प्रशासन का मुंह चिढ़ाया था. बेखौफ अपराधी एक के बाद एक अपराध को अंजाम देने में लगे हुए हैं. ऐसे में सीएम नीतीश कुमार ने पुलिस महकमे में बदलाव करके मास्टर स्ट्रोक खेला है. अब देखना होगा कि नये डीजीपी भट्टी किस तरह से और कितने समय में अपराधियों को घुटने पर लाने में सफल होते हैं. लेकिन पुलिस महानिदेशक के कार्यप्रणाली से उम्मीद जगी है कि बिहार में जल्द ही अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने में पुलिस सक्षम होगी.