भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) का एक जगुआर प्रशिक्षण विमान बुधवार दोपहर राजस्थान के चुरू जिले में नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. दुर्घटना में विमान में सवार दोनों पायलटों की मौत हो गई.
Is it true that India last bought new Jaguar jets for the IAF in the mid-1990s, and since then has only been upgrading the old ones?
If that’s the case, isn’t it ironic that we’re still flying 40-year-old aircraft while trying to ban 10-year-old cars?
What an irony, man!… pic.twitter.com/Ot4QlhqpjP
— Rattan Dhillon (@ShivrattanDhil1) July 9, 2025
Indian Air Force ने जारी किया बयान
भारतीय वायुसेना ने एक बयान में कहा, “भारतीय वायुसेना का एक जगुआर प्रशिक्षक विमान आज राजस्थान के चुरू के पास एक नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दुर्घटना में दोनों पायलटों को गंभीर चोटें आईं. किसी भी नागरिक संपत्ति को कोई नुकसान नहीं पहुँचा है.”
भारतीय वायुसेना ने कहा, ‘‘आईएएफ को लोगों की मौत पर गहरा अफसोस है और वह दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है.’’ उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच दल गठित किया गया है.
राजलदेसर के एसएचओ कमलेश ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि विमान दोपहर करीब 1.25 बजे भनोदा गाँव के एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
इससे पहले इस साल तीन विमान दुर्घटना ग्रस्त हुए हैं
तीन महीने पहले, अप्रैल में, इसी तरह की एक घटना हुई थी जब भारतीय वायु सेना (IAF) का एक दो-सीटर जगुआर विमान जामनगर हवाई अड्डे से रात्रि मिशन के दौरान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
तब भारतीय वायु सेना ने बताया कि पायलटों को उड़ान के बीच में तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा और हवाई अड्डे और आसपास के आबादी वाले इलाकों को नुकसान से बचाने के लिए विमान से बाहर निकल गए.
दुर्भाग्य से, पायलटों में से एक, सिद्धार्थ यादव, विमान से बाहर निकलने के दौरान लगी चोटों के कारण दम तोड़ दिया, जबकि दूसरे पायलट को भी इस घटना में चोटें आईं.
इसी तरह मार्च 2025 में, भारतीय वायु सेना (IAF) का एक लड़ाकू विमान शुक्रवार को एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान हरियाणा के पंचकुला जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
भारतीय वायुसेना ने बताया कि पायलट को सिस्टम में खराबी का एहसास हुआ और सुरक्षित रूप से बाहर निकलने से पहले उसने विमान को आबादी वाले इलाकों से दूर सफलतापूर्वक मोड़ दिया.
वायुसेना ने कहा, “पायलट ने सुरक्षित रूप से बाहर निकलने से पहले विमान को ज़मीन पर किसी भी बस्ती से दूर ले गया। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं.”
इससे पहले फरवरी में, एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान मध्य प्रदेश के शिवपुरी के पास एक दो सीटों वाला मिराज 2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गया. दुर्घटना से पहले दोनों पायलट सुरक्षित रूप से बाहर निकलने में कामयाब रहे.