बेतिया के कुमारबाग थाना क्षेत्र से अपहृत स्वर्ण व्यवसायी नागनारायण साह के पुत्र आशीष कुमार (14) की अपराधियों ने हत्या कर दी. आशीष का शव बरामद कर लिया गया. बदमाशों ने शव को स्टील प्लांट के पीछे फेंक दिया और भाग गए. गुरुवार की रात 10 बजे के करीब कुमार बाग स्टील प्लांट के पीछे अवस्थित एक पोखर से अगवा छात्र का शव बरामद किया गया था। पुलिस ने रात में ही शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया है. इस हत्या के बाद गुस्साए ग्रामीण घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आए.
बेतिया के कुमारबाग थाना क्षेत्र से अपहृत स्वर्ण व्यवसायी नागनारायण साह के पुत्र आशीष कुमार (14) की अपराधियों ने हत्या कर दी. इस हत्या के बाद गुस्साए ग्रामीण घटना के विरोध में सड़कों पर उतर आए. #BiharPolice #BiharNews #betiya #Biharcrime #murder pic.twitter.com/tu7qcRdJn2
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) October 13, 2023
रंगदारी के लिए हुई हत्या
बता दें कि कुमारबाग ओपी क्षेत्र के रानीपुर रमपुरवा निवासी स्वर्ण व्यवसायी नगनारायण साह के बेटे का अपहरण कर अपराधियों ने 20 लाख फिरौती की मांग की थी. फिरौती की रकम नहीं देने पर उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी. 9वीं कक्षा के छात्र आशीष के अपहरण की खबर से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ समेत कई थाने की पुलिस छापेमारी कर रही है. एसपी डी अमरकेश खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे थे.
पुलिस ने 4 लोगों को किया गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि बीते 11 अक्टूबर को आशीष पढ़ाई करने अपने विद्यालय कुमारबाग हाई स्कूल गया था. छुट्टी के बाद भी घर नहीं लौटने पर उसकी खोज शुरू की गई. उसका बैग और साइकिल स्कूल में ही थी. पुलिस ने अबतक इस मामले में 4 छात्रों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार छात्रों से पुलिस पूछताछ कर रही है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार छात्रों में से 1 आशीष के सहपाठी है, जो उसे बुलाकर ले गए थे. छात्र उसे बुलाकर ले गए थे. जबकि बाकी दो से तीन पहले से ही वारदात की जगह मौजूद थे.
घटना की वजह का अभी पता नहीं
पुलिस का कहना है कि आशीष के दोनों हाथ बांधकर पिटाई की थी. पीट-पीट कर हत्या करने के बाद शव को पोखर में फेंक दिया और झाड़ी से ढक कर फरार हो गए थे. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने मोबाइल और सिम को भी बरामद कर लिया है. सिम मनुआपुल ओपी क्षेत्र के शेख धुरवा के ताहिर हुसैन के नाम से निर्गत है. ताहिर ने वह सिम तीन माह पूर्व गिरफ्तार एक अपराधी छात्र को दिया था.
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