उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बादल फटने से एक महिला की मौत की ख़बर है. बादल भारत-नेपाल सीमा के पास बीती रात लगभग 1 बजे फटा. बादल फटने से बड़ी अनहोनी की आशंका जताई जा रही है. डीएम ने एएनआई को बताया कि बादल फटने से करीब 30 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि एक महिला की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक बादल फटने से धारचूला के खोतिला गांव में सबसे ज्यादा तबाही हुई. ग्वाल गांव और धारचूला मल्ली बाजार में घरों में पानी घुस गया.
#WATCH उत्तराखंड: पिथोरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा के पास बीती रात बादल फटा। pic.twitter.com/ICENJ47eta
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2022
काली नदी खतरे के निशान से ऊपर
बादल फटने से काली नदी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है. बताया जा रहा है कि कई घर जमीदोंज हो गए हैं. वहीं लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन भी शुरू कर दिया गया है.
टिहरी में 24 अगस्त को फटा था बादल
उत्तराखंड में टिहरी के मूलगढ़ इलाके में 24 अगस्त को बादल फट गया था. इससे नरेन्द्रनगर के पास मलबा और बोल्डर आने से ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे बंद हो गया था. हालांकि बादल फटने से जनहानि नहीं की कोई सूचना नहीं आई थी. चार दिन बाद हाईवे खोला जा सका था. बादल फटने से खेतों को बहुत नुकसान हुआ था. पिछले महीने 20 अगस्त को उत्तराखंड में देहरादून जिले के रायपुर ब्लॉक में बादल फट गया था. इस आपदा में सरखेत गांव को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था. गांव में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए थे. मालदेवता पर बना पुल भी बह गया था. कई जगहों पर सड़कें टूटने और घरों में पानी घुस गया था.