योगी सरकार साल 2022 में अयोध्या में 15 लाख दीये जलाकर बनायेगी विश्व रिकार्ड
दिवाली से पहले उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या में राम की पैड़ी घाट पर छठा दीपोत्सव (दीपों का त्योहार) मनाने की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं.इस साल दीपावली का त्योहार देश भर में 24 अक्टूबर को मनाया जायेगा. उत्तर प्रदेश सरकार दीपावली से एक दिन पहले 23 अक्टूबर को अयोध्या में दीपोत्सव मनाने जा रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि इस साल राम की पैडी पर दीपोत्सव 2022 में 15 लाख दीये जलाकर विश्व रिकार्ड बनाया जायेगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस अवसर को खास बनाने के लिए पीएम मोदी मोदी भी अयोध्या पहुंच सकते हैं और इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन सकते हैं. आमतौर पर पीएम मोदी दीवाली के मौके पर अपने घर परिवार से दूर रहने वाले सरहद के सिपाहियों के साथ समय बिताते हैं लेकिन इस बार ये जानकारी मिल रही है कि पीएम दीपोत्सव के मौके पर अयोध्या पहुंच सकते हैं. दीपोत्सव के दौरान वहीं मौजूद रहैंगे और अयोध्या में ही रात्रि विश्राम करेंगे.
दीपोत्सव 2022 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए 15 लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा गया है. इस गौरवशाली पल को मूर्त रुप देने के लिए अयोध्या, लखनऊ, गोंडा समेत अन्य जिलों से मिट्टी के बर्तन मंगवाए गये हैं. इस साल दीये देर तक जलें इसके लिए भी खास इंतजाम किये गये हैं.दीये के साइज को बड़ा किया गया है ताकि 30 ml तेल की जगह 40 ml तक तेल डाला जा सके.
सरकारी सूत्रों से मिली से मिली जानकारी के मुताबिक घाटों पर 20 अक्टूबर तक दीये पहुंचा दिये जायेंगे.21 अक्टूबर को दीयों को बिछाने का काम होगा.22 अक्टूबर को इनकी गणना होगी और 23 अक्टूबर को तेल बाती लगाकर इसे जलाया जायेगा. दीपोत्सव के दो दिन पहले से अयोध्या में अलग अलग जगहो पर 20 हजार स्वयंसेवकों की तैनाती कर दी जायेगी.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 2017 से अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत की है.पांच साल में हर साल दीये जलाने का एक रिकार्ड बनाया है.
साल 2017- 51 हजार दीये जलाये गये
साल 2018- 3 लाख एक हजार 152 दीये जलाये गये.
साल 2019 – 4 लाख 4 हजार 226 दीये जले
साल 2020- 6 लाख 6 हजार 569 दीये जले
साल 2021 यानी पिछले साल 12 लाख दीये जलाये गये.
इस साल कुल 15 लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा गया है.