2017 के बाद यूपी में हुए पुलिस एनकाउंटर को लेकर सुप्रीम कोर्ट बहस जारी है. सरकार वहां ये साबित करने में लगी है कि एनकाउंटर फर्जी नहीं है. कोर्ट हर सुनवाई में यूपी सरकार से मुश्किल सवाल पूछ उसकी परेशानी बढ़ाने में लगा है. ऐसे में बीजेपी के नेता ही विवादित बयान देकर उसकी परेशानी को और बढ़ाने का काम कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य ने एक सभा में विवादित बयान देते हुए कहा कि अब यूपी की पुलिस आज़म खान की भैंस नहीं ढूंढती, वो अब अतीक अहमद को मारने का काम करती है.
यूपी पुलिस अतीक अहमद को मारने का काम करती है- योगेश मौर्य
योगेश मौर्य ने कौशांबी नगर पालिका परिषद भरवारी में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कहा कि, “पुलिस अब आजम खान (Azam Khan) की भैंस को खोजने का काम नहीं करती. अब यूपी पुलिस अतीक अहमद (Atiq Ahmed) को मारने का काम करती है.”
जब योगेश मौर्य ने ये बयान दिया उस वक्त मंच पर यूपी के कारागार राज्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश राही के अलावा डीएम सुजीत कुमार भी मौजूद थे. मौर्या ने अतीक अहमद को मारने के लिए डीएम को धन्यवाद भी दिया.
कौशांबी की भरवारी नगर पालिका में अध्यक्ष के शपथ ग्रहण के अवसर पर यूपी के डिप्टी सीएम के बेटे योगेश मौर्य ने विवादित बयान देते हुए कहा कि यूपी पुलिस अब आजम खान की भैंस नहीं ढूंढती, अतीक को मारने का काम करती है, उन्होंने डीएम को धन्यवाद भी दिया। @myogiadityanath@AbpGanga@ABPNews pic.twitter.com/ikTj255NfP
— Abhisar Bhartiya (@Abhisarbhartiy) May 27, 2023
सुप्रीम कोर्ट में अतीक हत्याकांड की जांच को लेकर चल रही है सुनवाई
UP के माफिया अतीक और अशरफ की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा हुआ है. अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या की जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. दायर याचिका में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच की मांग की गई है. साथ ही 2017 से उत्तर प्रदेश में अब तक हुए 183 एनकाउंटर की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में एक्सपर्ट कमेटी से कराने की मांग की गई है.
माफिया ब्रदर अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल को हुई हत्या
आपको बता दें कि कुख्यात माफिया ब्रदर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में उस समय हत्या कर दी गई जब उसे पुलिस कस्टडी में मेडिकल जांच के लिए धूमनगंज के कैल्विन अस्पताल में लाया गया था . पुलिस की कस्टडी में रहने के बावजूद मीडिया के सामने बात करन के लिए लाया गया और वहीं पर मीडियाकर्मियों की भीड़ में मौजूद तीन अपराधियों ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की नृशंस हत्या कर दी थी. इस हत्या ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़े किये हैं. अब सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई चल रही है.