दिल्ली
दिल्ली और आस पास के इलाकों में आसमान से बरस रही आफत की बारिश ने शहर का बुरा हाल कर दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में पिछले 24 घंटे में जितनी बरिश हुई है वो पूरे मौसम में हुई उसका 20 प्रतिशत है. इस साल मानसून में अब तक जितनी बारिश हुई है उसका करीब 20 प्रतिशत पानी पिछले 24 घंटे में दिल्ली और इसके आस पास के इलाकों में बरसा है. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 150 मिलीमीटर बारिश हुई है.
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंचा
लगातार बारिश के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. इस बीच हथिनीकुंड बराज से भी लगातार यमुना में पानी छोड़ा जा रहा है . जिसके कारण यमुना का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है और इस के साथ राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. दिल्ली में यमुना का जलस्तर रविवार को रात 9 बजे पुराने रेलवे पुल पर 203.66 मीटर दर्ज हुआ. जो खतरे के निशान के पास है . दिल्ली में खतरे का निशान 204.50 मीटर है, वहीं यमुना का डेंजर लेवल 205.33 मीटर है. यानी दिल्ली में यमुना का जल स्तर लगभग खतरे के निशान तक पहुंच गया है. इस बीच शाम चार बजे हथिनकुंड बराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिस के कारण आशंका है कि आज रात तक यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के पार हो जायेगा. इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने फ़्लड वार्निंग जारी कर दिया है.
बारिश ने तोड़ा 41 साल का रिकार्ड
मौसम विभाग के मुताबिक अब से पहले 25 जुलाई 1982 में दिल्ली में 169.9 मिली मीटर बारिश हुई थी. बारिश का सिलसिला अभी जारी है और पूर्वानुमान के मुताबिक अभी कई दिन और बारिश होगी. राजधानी दिल्ली में हुई बारिश ने लोगों को साल 2003 की याद ताजा कर दी है जब जुलाई के महीने में दिल्ली में 24 घंटे में 133.4 मिलीमीटर बारिश हुई थी. जब तेज बारिश के कारण यमुना का जल स्तर बढ़ा था और दिल्ली के कई निचले इलाके जलमग्न हो गये थे.एक बार फिर से दिल्ली के तकरीबन सभी इलाके जल भराव की स्थिति से गुजर रहे हैं और अगर दिल्ली में बाढ़ की स्थित बनती है तो कम से कम निचले इलाकों में रहने वाले 40 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे.