न्यूयार्क। सोने की कीमतों में इस साल तेज उछाल (Gold prices sharp rise) आया है। साल 2025 में अब तक गोल्ड प्राइसेज करीब 48 पर्सेंट तक बढ़े हैं। ग्लोबल मार्केट (Global Market.) में सोने की कीमतें 3896 डॉलर के लेवल तक जा पहुंचीं। दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों (Central banks) की तरफ से की जाने वाली खरीद, भूराजनीतिक चिंताओं और टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताओं से सोने के दाम को रफ्तार मिली है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के मुताबिक सेफ्टी, लिक्विडिटी और रिटर्न की वजह से गोल्ड सेंट्रल बैंक रिजर्व्स का अहम हिस्सा है। WGC के मुताबिक, सेंट्रल बैंक गोल्ड के बड़े होल्डर्स हैं।
टॉप पर रहा अमेरिका
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2025 में दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों की ऑफिशियल गोल्ड होल्डिंग्स 36,359 टन रही। देशों की लिस्ट (अगस्त 2025 में) में अमेरिका टॉप पर रहा। अमेरिका के पास 8133.5 टन सोना है। वहीं, दूसरे नंबर पर जर्मनी है। जर्मनी के सेंट्रल बैंक का गोल्ड रिजर्व 3350.3 टन का है। आईएमएफ की गोल्ड होल्डिंग 2814 टन, इटली की 2451.8 टन और फ्रांस की होल्डिंग 2437 टन रही। यह बात बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में कही गई है।
नौवें पायदान पर भारत
भारत लिस्ट में नौवें नंबर पर रहा। अगस्त 2025 में इसका गोल्ड रिजर्व 888 टन रहा। वहीं, जापान 846 टन के गोल्ड रिजर्व के साथ 10वें नंबर पर रहा। यह बात वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने अपने एक नोट में कही है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा है कि साल 2025 में अब तक भारत ने 3.8 टन गोल्ड खरीदा है। भारत ने जनवरी में 2.8 टन, मार्च में 0.6 टन और जून में 0.4 टन गोल्ड रिजर्व में जोड़ा है। WGC ने कहा है कि सेंट्रल बैंकों ने अगस्त में ग्लोबल गोल्ड रिजर्व में 15 टन गोल्ड जोड़ा है। नेशनल बैंक ऑफ कजाकिस्तान ने 8 टन गोल्ड जोड़ा है और इसकी गोल्ड होल्डिंग्स अब 316 टन पहुंच गई है। साल 2024 के आखिर से यह 32 टन ज्यादा है। बुल्गारियन नेशनल बैंक का गोल्ड रिजर्व 2 टन बढ़ा है, इसका गोल्ड रिजर्व बढ़कर 43 टन पहुंच गया है। पीपल्स बैंक ऑफ चाइना ने 2 टन गोल्ड खरीदा है, इसकी टोटल गोल्ड होल्डिंग्स अब 2300 टन को पार कर गई है।