Food: अगर हम खाने की बात करे तो हमारे दिमाग में कई चीजें आती हैं. अलग अलग तरीके का खाना खाने का शौक हर किसी को होता है. कई बार बहुत सी अलग चीजें आती है जिनका न तो हमने कभी नाम सुना है और न ही कभी देखा. खाने की आज इतनी वैरायटी है कि आप एक साथ इन सबका स्वाद नहीं ले सकते. लेकिन क्या आपको पता है कि कभी कभी कुछ और खाने की चीज को बनाने की वजह से कुछ अलग ही तरह की डिश या खाना बनकर तैयार होता है.
इसे हम यह भी बोल सकते हैं कि अक्सर लोग नए फ्लेवर्स एड करने के लिए तरह तरह के एक्सपेरिमेंट करते हैं. इस एक्सपेरिमेंट को करने में कई बार गलतियां हो जाती हैं, गलती से ही सही लेकिन कुछ ऐसा बनकर तैयार होता है जिसका स्वाद बार बार चखने का मन होता है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही खाने के एक्सपेरिमेंट बताएंगे जिनका अविष्कार गलती से हुआ, आज के समय में हर किसी को उन चीजों को खाने का शौक है और इसे अपनी रोजमर्रा की ज़िन्दगी में हर दिन खातें हैं. चलिए जानते हैं इनकी पीछे की कहानी.
आलू चिप्स
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आलू चिप्स आज के समय में हर उम्र के लोगों को पसंद आती है और इसे बहुत चाव के साथ खातें हैं. यह एक तरीके का स्नैक्स है जिसे हम सुबह की चाय के नाश्ते के साथ बड़े स्वाद के साथ खा सकते हैं. जिन आलू के चिप्स को आज सभी चटखारे लेकर खाते हैं, उनकी खोज अमेरिकी रेस्टोरेंट संचालक द्वारा की गई थी. रेस्टोरेंट में आए एक शख्स ने शिकायत कि फ्रेंच फ्राइस क्रिस्पी और स्वादिष्ट नहीं हैं. ऐसे में रेस्टोरेंट के मालिक को गुस्सा आ गया और उसने आलू के बारीक-बारीक टुकड़े करके उन्हें तलकर क्रिस्पी बना दिया, लेकिन हैरानी की बात ये हुई कि ग्राहक को ये बहुत पसंद आया और तभी से लोगों को यह बहुत पसंद आने लगा.
आइसक्रीम कोन
बच्चें इसे बहुत शौक के साथ खाते हैं और आज इस डिजर्ट में आज इतनी वैरायटी है कि आप उसका अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते. तो क्या आप जानते हैं कि 19वीं शताब्दी तक आईसक्रीम गिलास, कप या पेपर में ही मिलती थी. ऐसे में एक दिन अर्नेस्ट हेमवी ने ब्रेड लेकर इसे पतले टुकड़ों में काटकर लपेट दिया, और गलती से रखे रखे कोन हार्ड हो गया. इसके बाद लोगों को इसमें आइसक्रीम देने का ये तरीका इतना पसंद आया, कि कोन का चलन शुरू हो गया. ये अलग तरीके का अविष्कार हुआ जो लोगो को खासकर बच्चों को ये बहुत पसंद आता है.
पॉप्सिकल
आपको बता दें कि, फ्रैंक एपर्सन ने एक दिन सोडा और पानी के बचे हुए मिक्सचर को एक डंडी के साथ खुले में रातभर बाहर रख दिया, जो कि सुबह तक जम चुका था. अब इसे जब निकालकर देखने की कोशिश की गई, तो डंडी से पकड़कर जमे हुए सोडा को चूसने का तरीका सामने आया. ऐसे ही पॉप्सिकल्स का आविष्कार हो गया.
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कॉर्न फ्लेक्
आज कल हर कोई ब्रेकफास्ट में इसका सेवन करता है और इसे हम ज्यादातर नाश्ते में ही खाया जाता है. कॉर्न फ्लेक्स का आविष्कार जॉन हार्वे केलॉग के हाथों से हुआ. दरअसल, वे पके हुए गेहूं को रखकर भूल गए, और जब उन्होंने कुछ वक्त बाद इसे देखा, तो ये सूखकर कड़क हो चुके थे. इसी तरह कॉर्न फ्लेक्स भी ब्रेकफास्ट का हिस्सा बन गए.
कोका-कोला
इसका जो अविष्कार हुआ है वो बहुत ही खास तरीके से हुआ है. इसकी कहानी भी इंट्रेस्टिंग है. फार्मासिस्ट जॉन पेंबर्टन सिरदर्द से बचाव के लिए एक नुस्खा तैयार कर रहे थे, लेकिन ये कैरेमल शुगर सिरप के तौर पर सामने आया, जिसे बाद में कार्बोनेटेड वाटर के साथ मिक्स कर दिया गया, जिससे कोका-कोला रेडी हो गया.