दिल्ली मणिपुर (Manipur) के हालात को लेकर देश की संसद से लेकर सड़क तक हाहाकार मचा है. राज्य में दिन ब दिन हालात बद से बदतर हो रहे हैं. दिन रात फायरिंग, बमबारी और चीख पुकार से पूरे राज्य (Manipur) में हाहाकार मचा है . हजारों लोग राज्य (Manipur) से पलायन करने के लिए मजबूर हैं. दो महिलाओं के साथ हुई बर्बरता के बाद 20 जुलाई से शुरु हुए मानसून सत्र के पहले दिन से विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर के ताजा हालात पर बयान देने की मांग पर अड़ा है.
Manipur पर विपक्ष का सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
यहां तक की प्रधानमंत्री से जबाव नहीं मिलने पर विपक्ष ने लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रख दिया है, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ने मान भी लिया है और जल्द ही इस पर चर्चा के लिए समय निर्धारित किया जायेगा. इस बीच विपक्ष ने मणिपुर के ताजा हालात का जायजा लेने के लिए 20 सदस्यों की टीम बनाई है जो दस दस की संख्या में मणिपुर जायेंगे. ये टीमें दो दिन 29-30 जुलाई तक मणिपुर में रहेगी और प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेगी. विपक्ष की ओर से दो दिन का पूरा प्लान मीडिया के साथ साझा किया गया है .
मणिपुर जाने वाली विपक्ष की टीम A
विपक्षी दलों की पहली टीम सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर इंडिगो के विमान से नई दिल्ली से इंफाल के लिए रवाना होगी . वहीं 10 सदस्यों के साथ विपक्षी नेताओं का दूसरा जत्था दोपहर 12 बजे नई दिल्ली से इंफाल के लिए रवाना होगा .
विपक्षी दलों के पहले जत्थे में जो लोग जायेंगे उनमें कांग्रेस से अधीर रंजन चौधरी, TMC से सुष्मिता देव, DMK से कनिमोझी करुणानिधि, CPI से ए ए रहीम, RJD से प्रोफेसर मनोज झा , समाजवादी पार्टी से जावेद अली खान, VCK से डी रविकुमार और थीरू थोल त्रिरुमावलवन और कांग्रेस से फुलो देवी नेताम शामिल हैं.
मणिपुर जाने वाली विपक्ष की टीम B
वहीं विपक्षी दलों का दूसरा जत्था दोपहर 12 बजे नई दिल्ली से इंफाल के लिए रवाना होगा. दूसरे जत्थे में JDU से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, कांग्रेस से गौरव गोगोई , NCP से पीपी मोहम्मद फैसल, JDU से अनिल प्रसाद हेगड़े, IUML से ईटी मोहम्मद बसीर, RLSP से एनके प्रेमचंद्रण, आम आदमी पार्टी से सुशील गुप्ता, शिवसेना से अरविंद सावंत , JMM से महुआ माजी और RLD से जयंत सिंह चौधरी शामिल हैं.
दो दिन में विपक्षी दल दौरे पर क्या क्या करेंगे ?
20 सदस्यों वाले विपक्षी दलों का जत्था राज्य में राहत शिविरों में रह रहे शरणार्थियों, हिंसा ग्रस्त इलाको में मौजूद लोगों से मुलाकात से साथ साथ राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके से भी मुलाकात करेंगे.
पहले दिन विपक्षी दलों का जत्था 10 -10 की संख्या में चुराचंदपुर , विष्णुपुर और आस पास के राहत शिविरों का दौरा करेंगे .वहीं दूसरे दिन सुबह 9.30 बजे मीडिया से बात करेंगे. सुबह 10 बजे राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात के लिए राजभवन जायेंगे. 30 जुलाई को दोपहर 3 बजे तक ये जत्था वापस दिल्ली आ जायेगा.
सोमवार को भी सदन में हंगामें के आसार
दो दिन के ब्रेक के बाद सोमवार को सदन में लोकसभा अध्यक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए समय निर्धारित कर सकते हैं. इस बीच 31 जुलाई को सदन में दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश को कानून का अमली जामा पहनाने के लिए सरकार इसे सदन में पेश कर सकती है. ऐसे में विपक्ष अपनी पूरी तैयारी के साथ संसद में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की तैयारी में है. विपक्षी सदस्य सोमवार को पूरे देश को बतायेंगे कि उन्होंने ग्राउंड जीरो पर जो देखा, उसके मुताबिक राज्य में ताजा हालात क्या हैं.