राज्यसभा में पक्ष विपक्ष की तकरार और उपराष्ट्रपति और राज्यसभा Rajya Sabha के सभापति जगदीप धनकड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए नोटिस का मामला एक नया रुप ले सकता है. राज्यसभा में सभापति का बचाव करने पहुंचे संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने उन्हें किसान का बेटा बोल विपक्ष को किसान विरोधी दिखाने की कोशिश की तो कांग्रेस ने जवाब में कहा कि बीजेपी और सभापति एक दलित नेता का रोज अपमान करते है.
Rajya Sabha: 72 साल बाद किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बना-किरेन रिजिजू
सदन की कार्रवाई के दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में सभापति के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर कहा कि, “72 साल बाद किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बना. पूरे देश ने उन्हें सदन का मान रखते हुए देखा है.“
किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि अगर आप सभापति का सम्मान नहीं कर सकते तो आपको सांसद रहने का अधिकार नहीं है. हमने देश की संप्रभुता बचाने की शपथ ली है.
उन्होंने कांग्रेस पर गमला बोलते हुए जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस के बीच रिश्ता का मुद्दा उठाया. किरेन रिजिजू ने कहा, “आप देश विरोधी ताकतों के साथ खड़े हो. सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया है. उन्होंने हमेशा गरीबों के कल्याण और संविधान की रक्षा की है. हम इस नोटिस के नाटक को कामियाब नहीं होंने देंगे. जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस के बीच रिश्ता क्या है, उन्हें ये बताना चाहिए. कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए”
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे भी दलित समुदाय से आते हैं- कांग्रेस
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू के बयान की आलोचना करते हुए कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, “…सदन में जो भी सभापति होते हैं, उनकी गरिमा होती है, उस कुर्सी की भी गरिमा होती है जिसका ख्याल रखना चाहिए. उस पद को धर्म, जाति आदि के रूप में बांटकर नहीं देखना चाहिए… अगर उसी तर्क के साथ देखा जाए तो विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे भी दलित समुदाय से आते हैं जिन्हें भी (सदन में)बोलने नहीं दिया जाता है… पहली बार मैं देख रहा हूं कि सरकार के लोग ही सदन की कार्यवाही नहीं चलने देना चाहते हैं. इसका मतलब साफ है कि आप भीम राव अंबेडकर के संविधान पर चर्चा नहीं चाहते हैं.”
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