Wednesday, May 15, 2024

Arvinder Singh Lovely Resign : दिल्ली में अब कांग्रेस का क्या होगा ? कांग्रेस को ले डूबेगा लवली का इस्तीफा ?

नई दिल्ली : Arvinder Singh Lovely  लोकसभा चुनाव 2024 मे दिल्ली सातों सीट छठे फेज में यानी 25 मई को मतदान होने जा रहा है इससे पहले जब सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने उम्मीदवारों के प्रचार में लगी है वहीं कांग्रेस पार्टी में घमासान मचा हुआ है. रविवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया . दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली में टिकटो के बंटबारे के समय से ही नाराज चल रहे थे और आखिरकार पार्टी से इस्तीफा देकर अपना गुस्सा जाहिर किया है.

Arvinder Singh Lovely ने क्यों दिया इस्तीफा   

दरअसल कांग्रेस पार्टी ने जब से उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उदित राज और उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार को उम्मीदवार बनाया, तभी से पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस के प्रदेश स्तर के नेता और कार्यकर्ता बाहरी उम्मीदवारों के प्रत्याशी बनाने से नाराज हैं. आखिरकार दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष  लवली ने इस्तीफा देकर अपना गुस्सा जता दिया है.

 कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने नहीं सुनी स्थानीय नेताओं की बात

दरअसल दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने स्थानीय नेताओं के मनसूबों पर पानी फेरते हुए कन्हैया कुमार जैसे फायर ब्रांड और उदित राज जैसे दलित नेता को लाकर आम आदमी पार्टी के वोट को अपने पक्ष में करने की कोशिश की है. शीर्ष नेतृत्व की इस कवायद से स्थानीय नेताओं पत्ता साफ हो गया . अरविंदर सिंह लवली खुद उत्तर पूर्वी दिल्ली से मौजूदा सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ लड़ना चाहते थे, वहीं संदीप दीक्षित उत्तर पूर्व से लड़ना चाहते थे. लेकिन इन नेताओं के मनसूबों पर पानी फेरते हुए कहा गया कि खुद राहुल गांधी ने कन्हैया कुमार के लिए वीटो किया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कन्हैया कुमार के पक्ष में झंडा गाड़ दिया था.  पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के इस फैसले से लवली बिल्कुल खुश नहीं थे. पार्टी से दवाब के बाद लवली को कहना पड़ा कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. जबकि लवली खुद चुनाव लड़ना चाहते थे.वहीं  राजकुमार चौहान उत्तर पश्चिम दिल्ली से उदित राज को उम्मीदवार बनाए जाने का लगातार विरोध कर रहे थे. यहां तक कि देखा गया कि जिस दिन उम्मीदवारों के बारे में मीडिया को बताया जा रहा था , उसी समय कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय के सामने कार्यकर्ता उदित राज और कन्हैया कुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.

अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के क्या हैं मायने ?

यानी कि दिल्ली में अब प्रदेश अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली के इस्तीफे और कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बाद ये अनुमान लगाया जा सकता है कि जमीनी स्तर पर पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों को कितना सहयोग मिलेगा ?  दिल्ली में  स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी का खमियाजा कांग्रेस को उठाना पड़ सकता है.

नहीं करना था केजरीवाल के साथ समझौता- अरविंदर सिंह लवली

दिल्ली में अरविंदर सिंह लवली इस बात से भी नाराज थे कि पार्टी ने आम आदमी पार्टी के साथ समझौता किया. लवली और स्थानीय कार्यकर्तओं  का कहना था कि जिस तरह से पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अलग अलग चुनाव लड़ी थी उसी तरह से दिल्ली में भी अलग अलग लड़ना चाहिये था. इंडी गठबंधन में साथ रहने से कोआी नाराजगी नहीं थी.  स्थानीय कार्यकर्ताओ की नाराजगी इश बात को लकर भी है कि  आम आदमी पार्टी ने तमाम तरह के आरोप लगा कर कांग्रेस  को बदनाम करने मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, तो फिर उनके साथ समझौता क्यों किया गया .

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कुल मिलाकर दिल्ली में कांग्रेस पार्टी में पिछले कुछ महीनों से चली आ रही नाराजगी खुल कर बाहर आ गई है और अब आने वाले लोकसभा चुनाव मे इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है.

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