ब्रिटेन में इन दिनों क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के निधन का शोक मनाया जा रहा है. पूरी दुनिया से कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष, सरकारों के प्रतिनिधि, राष्ट्रपति अपनी श्रद्धांजलि देने लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे हॉल पहुंच रहे हैं, लेकिन इस बीच जब चीनी सरकार के एक प्रतिनिधि मंडल श्रद्धांजलि देने पहुँचे. तो उन्हें रोक दिया गया ब्रिटेन ने इसकी अनुमति नहीं दी. इस घटना के बाद अब सभी ये सवाल कर रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों. इसके साथ साथ पूरी दुनिया इस वक्त ये भी सवाल कर रही है कि आखिर किस तरह क्वीन एलिज़ाबेथ का अंतिम संस्कार होगा.
ब्रिटेन की संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर लिन्डसे होयले ने चीनी अधिकारियों के डेलीगेशन को वेस्टमिंस्टर एबे हॉल जाने की अनुमति नहीं दी है. दरअसल इसके पीछे कि वजह ये है कि 2021 में चीन ने ब्रिटिश संसद के दोनों सदनों के कुछ सदस्यों पर प्रतिबंध लगा दिया था. इन सदस्यों ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ हो रही ज्यादिती को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. वहीं इसके विरोध में ब्रिटेन की संसद के दोनों सदनों ने चीन के राजदूत झेंग झेगुआंग पर प्रतिबंध लगा दिया था. चीन और ब्रिटेन का एक-दूसरे पर लगाया गया प्रतिबंध अभी भी बना हुआ है. इसलिए ब्रिटेन ने चीन के प्रतिनिधि मंडल को क्वीन एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं दी है.
खैर अब 19 सितम्बर को महारानी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। ये अंतिम विदाई कि रस्म बड़े ही शाही तरीके से मनाई जायेगी तो आइये बताते हैं कि महारानी के अंतिम विदाई के दौरान क्या क्या होगा .
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद पूरे ब्रिटैन में शोक का दौर चल रहा है. लोग उन्हें अंतिम विदाई दे रहे हैं. यह दौर महारानी एलिजाबेथ का राजकीय अंतिम संस्कार के आखिरी दिन तक यानी 19 सितम्बर तक जारी रहेगा.
96 साल की उम्र में इनका 8 सितंबर को महारानी का निधन हो गया था. दिवंगत महारानी करीब 70 साल तक इस पद पर रहीं. वेस्टमिंस्टर एबे 75 में उन्हें ब्रिटेन की जनता, शाही परिवार के साथ पूरी दुनिया उन्हें आखिरी बार अलविदा कहेगी. दुनिया के कई बड़े नेताओं, यूरोपीय शाही परिवारों के सदस्यों और यूके के पूर्व प्रधानमंत्रियों के महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है. भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी अंतिम विदाई देने के लिए लंदन जाएंगी.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का राजकीय अंतिम संस्कार 19 सितंबर को सुबह 11 बजे होगा. जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम वेस्टमिंस्टर एबे में होगा. यह एक ऐतिहासिक चर्च है. इसी जगह पर ब्रिटेन में राजा और रानियों को ताज पहनाया जाता है. राजकीय अंतिम संस्कार के इस कार्यक्रम को पूरे देश में प्रसारित किया जाएगा.
राजकीय अंतिम संस्कार आधिकारिक सम्मान के साथ आम तौर पर एक राजा या रानी के लिए आयोजित किया जाता है. इसमें प्रोटोकॉल और सख्त नियमों का पालन किया जाता है. इसमें आम तौर पर अंतिम संस्कार के वक्त सैनिक शव को जुलूस में वेस्टमिंस्टर हॉल ले जाते हैं. जहां दिवंगत राजा-रानी के शरीर को सार्वजनिक दर्शनों के लिए रखा जाता है. इसके बाद वेस्टमिंस्टर एबे या सेंट पॉल कैथेड्रल में प्रार्थना की जाती है. अब तक ब्रिटेन में राजा या रानी के अलावा अन्य लोग जिन्हें राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया है. उनमें चंद लोग ही शामिल हैं. इससे पहले वैज्ञानिक सर आइजैक न्यूटन , लॉर्ड नेल्सन, ड्यूक ऑफ वेलिंगटन और लॉर्ड पामर्स्टन का भी राजकीय अंतिम संस्कार किया जा चुका है.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पिता किंग जॉर्ज VI को 15 फरवरी 1952 को पूरे राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया था. इसके 13 साल बाद पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री सर विंस्टन चर्चिल का 30 जनवरी 1965 को राजकीय अंतिम संस्कार किया गया था. इसके बाद किसी का भी राजकीय अंतिम संस्कार नहीं किया गया. ब्रिटेन में राजकीय अंतिम संस्कार बेहद सम्मान की बात है.
इस दौरान एक ही दिन एक ही जगह पर दुनिया के कई बड़े नेताओं के इकट्ठा होने के कारण सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों से यूके सरकार द्वारा कुछ अनुरोध किया गया है. जैसे कि अगर वे हीथ्रो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहे हैं तो सरकारी विमानों की जगह कमर्शियल प्लेन से यात्रा करने का आग्रह है. मेहमानों के अंतिम संस्कार स्थल तक जाने के लिए हेलीकॉप्टर या राज्य कारों का उपयोग करने की भी अनुमति नहीं होगी. इसके बजाय, उन्हें “एस्कॉर्ट कोच” में वेस्टमिंस्टर एबे में ले जाया जाएगा.
इस दौरान महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले अतिथियों की अभी तक कोई आधिकारिक लिस्ट जारी नहीं हुई है लेकिन दुनिया भर के नेताओं और शाही हस्तियों के ब्रिटिश शाही परिवार के शोक में शामिल होने की उम्मीद है. व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन इसमें शामिल होंगे. वहीं न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन, जापान के सम्राट नारुहितो भी शामिल होंगे. भारत की राष्ट्रपति भी अंतिम संस्कार में शामिल होंगी. हालांकि व्हाइट हाउस के अनुसार, बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश, और जिमी कार्टर सहित किसी भी पूर्व जीवित अमेरिकी राष्ट्रपति को अब तक कोई निमंत्रण नहीं दिया गया है.