Monday, December 23, 2024

2024 लोकसभा चुनाव में किसकी बनेगी सरकार? C वोटर्स की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर सभी दलों ने कमर कसनी शुरू कर दी है. कोई भारत जोड़ो यात्रा के ज़रिये जन जन तक पहुँचने का काम कर रहा है तो कोई समाधान यात्रा निकालकर जनता का हाल जानने की कोशिश में जुटा है. इन सब बातों से एक बात तो साफ़ है कि इस बार का चुनाव मुद्दों वाला चुनाव होगा. वैसे लोकसभा से पहले 9 राज्यों में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं. जिन्हें देखते हुए ये तो साफ़ है कि इस बार लोकसभा का चुनाव थोड़ा अलग होगा क्योंकि एनडीए और यूपीए दोनों में कुछ नए दल शामिल हुए हैं. 2019 में कुछ दल जो एनडीए में थे वो अब यूपीए में जा चुके हैं. जिनमें नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और उद्धव ठाकरे की पार्टी शामिल है. वहीं यूपी में पिछले चुनाव में सपा और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. तो ऐसे में फिर वही सवाल उठता है कि 2024 में किसकी सरकार बनेगी . जनता किसे अपना राजा चुनकर सत्ता की चाबी सौंपेगी और किसे विपक्ष में जिम्मेदारी सौंपेगी . तो इस सवाल का जवाब हाल ही में हुए सर्वे में साफ़ हो गया है. क्या है इस सर्वे की भविष्यवाणी आइये बताते हैं

फिर आएगी मोदी सरकार लेकिन…

सर्वे की भविष्यवाणी के मुताबिक देश में फिर एक बार मोदी सरकार केंद्र में आने जा रही है. बीजेपी सरकार तो बना लेगी लेकिन उसे सीटों को नुकसान होगा. वहीं भारत जोड़ो यात्रा के बीच कांग्रेस एक नई चुनौती के तौर पर उभरकर सामने आएगी लेकिन अभी भी कांग्रेस सत्ता में नहीं आ पाएगी . सर्वे के मुताबिक कुछ राज्य ऐसे हैं जहां पिछली बार के मुकाबले बीजेपी को फायदा हो रहा है तो वहीं कुछ राज्यों में काफी नुकसान भी. देश का मिजाज के सर्वे में यह बात सामने आई है. यदि आज चुनाव हुए तो एनडीए को 298 सीटें मिल सकती हैं. वहीं यूपीए को पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार फायदा होगा लेकिन ना तो उसे बहुमत मिलेगा और ना ही सत्ता. यूपीए के खाते में 153 सीटें तो वहीं बाकियों को 92 सीटें मिल सकती हैं. यानी एक बार फिर बीजेपी सरकार बनाती हुई दिख रही है.

कहां कहां NDA सरकार को होगा नुकसान

राज्यों में फायदे नुकसान की बात करें तो बीजेपी को महाराष्ट्र, कर्नाटक और बिहार में काफी सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है. वहीं यूपीए को कर्नाटक में 17 लोकसभा सीटें मिल सकती हैं. पिछली बार 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां उसके खाते में केवल 2 सीटें आई थीं. यानी बीजेपी को कर्नाटक में काफी नुकसान होता दिख रहा है. कर्नाटक में लोकसभा से पहले विधानसभा चुनाव भी है. वहीं महाराष्ट्र में यूपीए के खाते में 34 सीटें जाती दिख रही हैं. जबकि पिछली बार केवल 6 सीटें मिली थीं. यहां उद्धव ठाकरे के यूपीए में जाने का फायदा उसे दिख रहा है. वहीं बिहार में 2019 के मुकाबले यूपीए 24 सीटें अधिक जीत सकती है. हालांकि इस बार जेडीयू भी उनके साथ है. 2019 के चुनाव में यूपीए को बिहार में केवल एक सीट मिली थी. वहीं इस बार सर्वे के मुताबिक 25 सीटें उसे मिलती दिख रही है.

कहां कहां बीजेपी को होगा फायदा

सर्वे के मुताबिक कुछ ऐसे बड़े राज्य हैं जहां बीजेपी पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार और ज्यादा सीटें जीत सकती है. इसमें सीटों के लिहाज से सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश भी शामिल है. यूपी में यदि आज चुनाव हुए तो बीजेपी के खाते में 70 सीटें जाती हुई दिख रही हैं. पिछले चुनाव के मुकाबले यह 6 सीट अधिक है. वहीं इस बार असम में बीजेपी को लोकसभा की 14 सीटें मिल सकती हैं. जहां पिछली बार केवल 12 सीटें मिली थीं. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में बीजेपी और TMC के बीच मुकाबले में बीजेपी को फायदा होता दिख रहा है. BJP को पश्चिम बंगाल से लोकसभा में 20 सीटें मिल सकती हैं जो पिछले चुनाव में 18 सीटें थी. वहीं तेलंगाना में भी बीजेपी को 2 अधिक सीटों का फायदा होता दिखा रहा है. बीजेपी को इस बार 6 सीटें मिल सकती हैं.

किसे मिलेंगी कितनी सीटें

अब सर्वे में बात पूरे चुनावी नतीजों की करें तो 2024 में NDA को 298 सीटें, यूपीए के खाते में 153 सीटें तो वहीं बाकि अन्य के खातों में 92 सीटें जाती दिख रही है. वोट प्रतिशत की बात की जाए तो इस बार एनडीए को नुकसान हो रहा है. अगर आज चुनाव हुए तो सर्वे के मुताबिक 43 प्रतिशत वोट बीजेपी को हासिल होंगे.
वैसे जानकारी के लिए बता दें कि लोक सभा चुनाव के लिए अब बहुत कम वक्त बचा है तो उसी के मद्देनज़र सी-वोटर और इंडिया टुडे ने देश का मिजाज समझने के लिए एक सर्वे किया है. इस सर्वे में करीब 1 लाख, 40 हजार से ज्यादा लोगों ने भाग लिया, जिनसे सरकार और पार्टी से जुड़े कई तरह के सवाल पूछे गए. उसी के आधार पर ये नतीजा निकलकर सामने आया है . ये कोई सटीक विश्लेषण नहीं है लेकिन इसका असर काफी हद तक 2024 में देखने को मिल सकता है.

NDA सरकार की सफलताओं के आकड़े

सुर्वे में शामिल लोगों में से 67 % लोगों ने केंद्र सरकार के कामकाज को बहुत अच्छा बताया है, जबकि 11 % लोगों ने केवल अच्छा कहा. वहीं सिर्फ 18 % लोगों ने केंद्र सरकार के कामकाज को खराब बताया. केंद्र की उपलब्धियों के बारे में जब आम जन से पूछा गया तो 20 फीसदी लोगों ने कोविड-19 से निपटने को एनडीए सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया. वहीं आर्टिकल 370 हटाना 14 % लोगों ने पसंद किया . जबकि राम मंदिर, काशी विश्वनाथ मुद्दों को 11 % वोट मिले. 8 % लोगों का मानना है कि मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याण की योजनाएं सरकार की बड़ी उपलब्धि हैं.

अब कामयाबी की बात हुई तो नाकामयाबी क्या है ?

सर्वे में केंद्र सरकार की सबसे बड़ी असफलता को बताते हुए 25 % लोगों ने महंगाई को वजह बताया. बेरोजगारी को 17% , कोरोना से निपटने को 8 % और आर्थिक विकास को 6 % लोगों ने सरकार की सबसे बड़ी असफलता मानी.

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