7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरु हुई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 50 दिन से ज्यादा का सफर पूरा कर चुकी है.यात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश से होते हुए तेलंगाना पहुंच गई है. जैसे-जैसे यात्रा आगे बढ़ रही है, राहुल गांधी की कई खास तस्वीरें सामने आ रही हैं.
जनता का बस वही दुःखहर्ता है, जो जनता के रंग में रंग जाए।
तेलंगाना से आया ये दृश्य सब बयां कर रहा है।#BharatJodoYatra pic.twitter.com/AMtHHxtwXK
— Congress (@INCIndia) October 29, 2022
शुरुआत में लड़कियों और महिलाओं में राहुल को लेकर दिखा जुनून
यात्रा की शुरुआत में राहुल गांधी की तस्वीरों में सबसे ज्यादा वो तस्वीरें थीं जिसमें वह लड़कियों और महिलाओं के लिए किसी हीरो जैसे नज़र आ रहे थे. लड़कियां और महिलाएं उन्हें छू लेने और करीब आने के लिए बेताब नज़र आ रही थी. इन तस्वीरों को गौर से देखें तो राहुल इन तस्वीरों में मुस्कुराते तो नज़र आ रहे हैं लेकिन थोड़े असहज भी दिख रहे हैं. कांग्रेस के राजकुमार के लिए ये जुनून नया नहीं था. यूपी के अपने रोड शो में वो लोगों के इस जुनून को देख चुके हैं लेकिन ये जुनून कभी वोटों में तबदील नहीं हुआ. लोग राहुल को किसी हीरो की तरह देखने पहुंचे. फैन की तरह तस्वीरें खिंचाते और फिर भूल जाते. राहुल भी ऐसे फैन्स के साथ बहुत सहज नज़र नहीं आ रहे थे. बचपन से सुरक्षा घेरे में रहने वाले राहुल गांधी की बॉडी लैंग्वेज भी आम लोगों के साथ थोड़ी अकड़ी हुई ही लगती थी लेकिन यात्रा के आगे बढ़ने के साथ तस्वीरें बदलने लगी हैं
Wherever you go…be there, live your life like this.
#BharatJodoYatra pic.twitter.com/GBpXQmqvsh— Pon.Na.Manivannan (@congress_mani) October 27, 2022
राजकुमार की छवि तोड़ जननेता की तरफ बढ़ते राहुल गांधी
कर्नाटक के मैसूर में बारिश के बीच भीगते राहुल गांधी की तस्वीर ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया. लोगों ने उस तस्वीर में राहुल का एक अलग अंदाज़ और आत्मविश्वास देखा. उसके बाद तो एक के बाद एक बच्चों के साथ खेलते, हंसी मज़ाक करते, ढोल बजाते, नाचते गाते राहुल गांधी की तस्वीरें आने लगी. ऐसा लगा कांच का घेरा जो राहुल गांधी के इर्द-गिर्द बचपन से बना हुआ था वो टूट रहा है.राहुल गांधी की मुस्कान और शारीरिक भाव भंगिमाओं में सहजता दिखने लगी है जैसे वो इन आम लोगों को लंबे समय से जानते पहचानते हों. राहुल का आत्मविश्वास और लोगों से जुड़ने का अंदाज काफी लोगों को यात्रा की ओर आकर्षित करने लगा. तेलंगाना पहुँचने तक तो राहुल जनता के बीच इतने सहज नज़र आने लगे कि उनका हिस्सा बन गए. कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता भी जो पहले दूर से राहुल गांधी की आभा (AURA) को देख भाव विभोर रहते थे अब राहुल के करीब आने लगे.
सपनो का वो आँगन कहाँ
दर्पण बता बचपन कहाँ pic.twitter.com/iN3MH4PIVq— Congress (@INCIndia) October 29, 2022
यात्रा से बदल रही राहुल की छवि
सही मायनों में कहा जाए तो कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी के लिए व्यक्तित्व के विकास और आम लोगों के बीच सहजता से घुल मिल जाने के हुनर को सीखने का एक मौका लेकर आई है. वैसे भी कहा जाता है यात्राएं किताबों से ज्यादा ज्ञान दे जाती हैं. राहुल के लिए भी भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस के राजकुमार से जन नेता के सफर की यात्रा साबित हो रही है. वो नेहरु के पर नवासे, इंदरा गांधी के पोते, राजीव और सोनिया गांधी के बेटे से अलग अपनी पहचान बना रहे हैं. उनकी तस्वीरें लोगों के दिलों में एक विनम्र जननेता की छवि छोड़ रही है.भारत जोड़ो यात्रा का चुनावों में कांग्रेस को कोई फायदा मिलेगा या नहीं वो तो वक्त बताएगा लेकिन ये तय है कि राहुल इस यात्रा से अपनी पप्पू और राजकुमार की छवि तोड़ने में कामयाब होते दिखाई दे रहे हैं.
“A leader is one who knows the way, goes the way, and shows the way.”✊🏼#BharatJodoYatra pic.twitter.com/aaIx6IzsLY
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) October 29, 2022