दिल्ली : दिल्ली मैं इस वक्त सियासी घमासान देखने को मिल रहा है. एक तरफ लोकसभा चुनाव सर पर है तो वहीं दूसरी और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल Arvind Kejriwal की दिक्कतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही. अब शराब घोटाला मामले मे ईडी ने 2 नवंबर को केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया है. ऐसे मे देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है. अगर CM Arvind Kejriwal गिरफ्तार होते हैं तो ऐसा भारत के इतिहास मे पहली बार होगा. अब इसपर सवाल उठना लाजमी है कि आम आदमी पार्टी कैसे चलेगी. प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री पहले से ही जेल में हैं. हलांकी पार्टी के अंदरूनी सूत्रों से पता चला है कि केजरीवाल Arvind Kejriwal अपने पद पर बने रहेंगे.
बीजेपी पर AAP का पलटवार
आप की जानकारी के लिए बता दें की आम आदमी पार्टी शुरुआत से ही यह कहती नजर आ रही है की भाजपा उनके चरित्र को धूमिल करना चाहती है। खुद सीएम केजरीवाल कई बार यह कह चुके है की बीजेपी नहीं चाहती की आप दिल्ली मे विकाश कार्य करे। ऐसे मे आगे क्या होता है यह देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा.
अगर सीएम को जेल हुई तो क्या होगा?
वैसे आपको बता दें कि ऐसा होने की संभावना बहुत ही कम है. लेकिन अगर ऐसा हुआ भी तो पार्टी की कमान अतिशी और सौरभ भारद्वाज के कंधों पर होगी. आपको बता दें कि आतिशी इस समय दिल्ली सरकार के कई अहम विभाग संभाल रही हैं. तो जाहिर सी बात है कि यदि ऐसा कुछ हुआ तो उन्हें एक अहम पदभार दिया जा सकता है.
दरअसल भारतीय संविधान में ऐसा कोई कानून नहीं है कि गिरफ़्तारी होने पर किसी सीएम को अपना पद छोड़ना पड़े. और तो और जेल से भी वो सरकार बखूबी चला सकते हैं. ऐसे में यह मुश्किल भरे दिन केजरीवाल के लिए कैसे कटते हैं यह तो वक़्त ही बताएगा.