दिल्ली : जंतर मंतर पर कल जो कुछ हुआ उसको लेकर डीसीपी प्रणव तायल ने बयान जारी किया है. उनका कहना है कि पुलिस ने सिर्फ अपनी ड्यूटी की है. प्रदर्शन साइट पर किसी तरह के बेड लाने की कोई परमिशन नहीं थी. ऐसे में कोई वहां कैसे बेड लेकर आ सकता है. रात में जबरन माहौल खराब करने की कोशिश की गई जिसका पुलिस ने विरोध किया.
पांच पुलिसकर्मी हुए जख्मी
इस घटना में पांच पुलिस वालों को भी चोट लगी है. चारों की एमएलसी हुई है. इनमें से एक महिला पुलिस भी है. जो शख्स दावा कर रहा था कि उसे पंखे से चोट लगी फिर मीडिया को बोला कि उसे चोट लगी. उस शख्स ने एमएलसी तक नहीं कराई अपनी. डीसीपी तायल ने कहा कि कुछ जगहों पर सिक्योरिटी बढ़ाई गई है ताकि किसी तरह का हुड़दंग न हो सके.
पुलिस वाले पर शराब पीने का आरोप गलत
उन्होंने बताया कि सोमनाथ भारती कुछ फोल्डिंग बेड्स लेकर आए थे. जिसकी परमिशन नहीं थी. उन्हें पुलिस ने मना किया. फिर सबने बेड जबरदस्ती लाने की कोशिश की. इसके बाद थोड़ी धक्का-मुक्की हुई. इसके अलावा डीसीपी ने बताया कि पुलिस वाले पर शराब पीने का जो आरोप लगाया जा रहा था वो एमएलसी रिपोर्ट में गलत पाया गया. जांच में एल्कोहल नही पाया गया.
घटना पर एक्शन लिया जाएगा
रात की घटना को लेकर डीसीपी ने बताया कि कल जो घटना हुई उसको लेकर प्रोटेस्टर ने बताया 2 प्रोटेस्टर को चोट आई थी जो जांच का विषय है. इसपर केस दर्ज होगा या नहीं आगे देखा जाएगा. लिखित शिकायत जो आई है या आएगी उसपर आगे जांच के बाद एक्शन लिया जा सकता है.