नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारुख अब्दुल्ला के घर चल रही सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा “हमने बैठक बुलाई थी और बैठक में तय हुआ है कि हम इसके (जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों के लिए मतदान का अधिकार) ख़िलाफ़ हैं.”
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला के श्रीनगर आवास पर हुई इस सर्वदलीय बैठक में ‘जम्मू-कश्मीर में नए मतदाताओं के पंजीकरण’ के बारे में चर्चा की गई. बैठक में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी मौजूद थी. इस बैठक में बीजेपी को आमंत्रित नहीं किया गया था.
क्या है जम्मू कश्मीर पर चुनाव आयोग का नया आदेश?
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी हृदेश कुमार ने पिछले हफ्ते 17 अगस्त को कहा था कि जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 के खत्म होने के बाद पहली बार मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि अब इसमें उन लोगों के नाम भी जोड़े जाएंगे जो गैर कश्मीरी है लेकिन या तो कश्मीर में नौकरी करते है या पढ़ाई करते है. इसके साथ ही कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों को भी यहां मतदान करने का अधिकार दिया जाएगा. चुनाव आयोग ने कहा कि इससे केंद्र शासित प्रदेश में करीब 25 लाख नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज होने की उम्मीद है.