मंगलवार को उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र में यूसीसी बिल पेश कर दिया गया. बिल पेश किए जाने को लेकर विधानसभा में नाटक और हंगामा देखने को मिला. विधानसभा में बिल पेश करने आते वक्त राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संविधान को सीने से लगाए रखा तो समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 विधेयक पेश करने के दौरान विधानसभा के अंदर बीजेपी विधायकों ने “वंदे मातरम और जय श्री राम” के नारे लगाए गए. जिसके बाद सदन की कार्यवाही आज दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
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— BJP Uttarakhand (@BJP4UK) February 6, 2024
‘किसी के पास ड्राफ्ट कॉपी नहीं’: उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत
लेकिन बिल को लेकर सबसे दिलचस्प ये रहा जब कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ये दावा कर दिया कि पेश किए गए बिल की कॉपी किसी के पास नहीं है. रावत ने कहा, “राज्य सरकार और मुख्यमंत्री इसे पारित कराने के लिए बहुत उत्सुक हैं और नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है… किसी के पास ड्राफ्ट कॉपी नहीं है और वे तत्काल इस पर चर्चा चाहते हैं…. केंद्र सरकार उत्तराखंड जैसे संवेदनशील राज्य का इस्तेमाल प्रतीकात्मकता के लिए कर रही है, अगर उन्हें यूसीसी लाना है तो इसे केंद्र सरकार को लाना चाहिए था…”
अगर यह ‘हिदायत’ के अनुसार है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है-एसपी
वहीं समाजवादी पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए सांसद एसटी हसन ने कहा, “अगर यह कुरान में मुसलमानों को दी गई ‘हिदायत’ (निर्देश) के खिलाफ है तो हम इसका (यूसीसी विधेयक) पालन नहीं करेंगे. अगर यह ‘हिदायत’ के अनुसार है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है.”
रविवार को कैबिनेट ने दी थी बिल को मंजूरी
आपको बता दें, समान नागरिक संहिता विधेयक को मंगलवार को उत्तराखंड विधानसभा में चल रहे विशेष सत्र के दौरान पेश किया जा चुका है. उत्तराखंड कैबिनेट ने रविवार को यूसीसी के अंतिम मसौदे को मंजूरी दे दी थी. इसके तहत राज्य में सभी समुदायों के लिए समान नागरिक कानून होगा.