प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और उत्तरकाशी सुरंग बचाव कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी ली. बुधवार को सुरंग के राहत-बचाव का काम 11वें दिन में प्रवेश कर गया है. मुख्यमंत्री ने पूर्व ट्विटर एक्स पर पोस्ट किया कि उन्होंने पीएम मोदी को पिछले 24 घंटों में हुई प्रगति के बारे में जानकारी दी.
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने आज फोन पर बात कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी को केंद्रीय…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 22, 2023
‘मैं अच्छा हूं. आप लोग घर जाइए. मैं आऊंगा.’
सोमवार को सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को चीजें पहुंचाने के लिए छह इंच चौड़े पाइप डालने में मिली सफलता के बाद न सिर्फ उन्हें खाना और दवाइयां पहुंचा आसान हो गया है बल्कि उनसे संवाद भी हो पाया है. इस बीच नया पाइप डाले जाने के बाद अधिकारियों ने अंदर फंसे मज़दूरों की बात उनके परिजनों से भी कराई. ऐसे ही एक फंसे श्रमिक पुष्कर सिंह येरी के भाई विक्रम सिंह येरी ने बताया, ‘उन्होंने कहा-‘मैं अच्छा हूं. आप लोग घर जाइए. मैं आऊंगा.’ फलों और अन्य खाद्य पदार्थों को पाइप के माध्यम से भेजा गया था. उन्होंने एक मोबाइल चार्जर मांगा है, ‘
VIDEO | “He said -‘I am good. You people go home. I will come.’ Fruits and other food items were sent through the pipe. He has asked for a mobile charger,” says Vikram Singh Yeri, brother of Pushkar Singh Yeri, one of the workers who is stuck inside the collapsed Silkyara… pic.twitter.com/LKS66h5FCy
— Press Trust of India (@PTI_News) November 22, 2023
वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए स्थान की पहचान हुई
राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम (एनएचआईडीसीएल) के निदेशक ने घोषणा की कि ढह गई सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग के स्थान की पहचान कर ली गई है.
खुल्को ने कहा, “वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए स्थान की पहचान कर ली गई है. सुरंग के ऊपर पहाड़ी पर वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए सड़क का काम लगभग पूरा हो चुका है. 350 मीटर से ज्यादा सड़क निर्माण का काम पूरा हो चुका है. बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) यहां से सड़क बना रहा है.” सिल्क्यारा और बरकोट दोनों तरफ, जो लगभग पूरा हो चुका है.”