प्रधानमंत्री के भाषण पर कांग्रेस ने तीखा प्रहार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा स्वतंत्रता दिवस के भाषण में प्रधानमंत्री की बातें और शब्द थके हुए थे. उन्होंने कहा पीएम को अपने किए अधूरे वादे सताते होंगे इसलिए उनके भाषण में न कोई भाव था, न जज्बा. पवन खेड़ा ने कहा प्रधानमंत्री के भाषण में जुनून की कमी थी. खेड़ा ने पीएम मोदी को उनके पुराने वादे याद दिलाते हुए पूछा, कहां गया किसानों की आय दोगुनी करने का वादा? कहां गया सबको घर देने का वादा? कहां गया कालाधन वापस लाने का वादा ? रोजगार और 15 लाख रुपये देने के वादे का क्या हुआ?
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री को अधूरे वादे न ठीक से बोलने देते हैं और न ही सोने देते हैं. इसके अलावा भाई भतीजा वाद पर प्रधानमंत्री को घेरते हुए पवन खेड़ा ने तंज किया कि शायद प्रधानमंत्री बीजेपी की आंतरिक समस्या की बात कर रहे थे. उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के बेटे पर निशाना साधते हुए कहा कि “एक व्यक्ति ने शायद लॉड्स में शतक लगाया होगा, इसलिए वह क्रिकेट में बड़े पद पर पहुंच गए”. “एक व्यक्ति का बेटा बहुत बड़े थिंकटैंक में है. अब पीएम का हमला क्या अपने ही मंत्रियों और उनके बेटों पर है यह वह खुद ही बताएंगे”.
पवन खेड़ा कहा कि पीएम आज बहुत थके हुए नज़र आ रहे थे. उन्होंने कहा कि आज का दिन राजनीतिक बातें करने के लिए नहीं था. खेड़ा ने कहा देश उम्मीद कर रहा था आज प्रधानमंत्री आठ साल का रिपोर्ट कार्ड देंगे, लेकिन पीएम ने केवल निराश किया.पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम खुद कुछ परंपराएं बदल रहे हैं.
पवन खेड़ा ने पीएम के संबोधन में वीर सावरकर का नाम महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस के साथ लेने पर निशाना साधते हुए कहा कि “आप महात्मा गांधी, पटेल, नेहरू और मौलाना आजाद का कद तो नहीं घटा पाएंगे. सबको पता है कि किसने आजादी के लिए संघर्ष किया, कौन जेल गया और किसने माफी मांगी और अंग्रेजों से पेंशन ली”. पवन खेड़ा ने कहा कि इससे पहले लाल किले की प्राचीर से ऐतिहासिक भाषण दिए जाते थे. वहां से निकले एक-एक शब्द देश की तकदीर लिखता था. हमें उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री परिपक्व भाषण देंगे. लेकिन अफसोस है कि उन्होंने आज के दिन भी राजनीतिक बातें की.