उज्जैन : 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Ujjain Mahakal) में इन दिनों महाशिवलिंग का क्षरण दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. हाल ही मेें आई इस जानकारी ने श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ा दी है. उज्जैन महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal) में इन दिनों दर्शन के लिए रोज औसतन एक लाख लोग पहुंच रहे हैं. जिस कारण मंदिर (Ujjain Mahakal) के गर्भ गृह में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी है .
लापरवाही के कारण Ujjain Mahakal शिवलिंग का क्षरण
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के बीच लापरवाही भी देखने के लिए मिल रही है. महाकाल ज्योतिर्लिंग (Ujjain Mahakal) का क्षरण पहले के मुकाबले अब बढ़ गया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनी आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) और जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) की टीम ने इस पर चिंता जताई है. ASI और GSI की टीम ने गर्भगृह में लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने की सलाह दी है. सलाह के बाद मंदिर प्रशासन की तरफ से कहा जा रहा है कि जल्द ही कोई बडा निर्णय लिया जायेगा.
ASI और GSI की टीम हर साल करती है निरीक्षण
दरअसल 2019 से हर साल पुरातत्व विभाग (ASI) और ज्योलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) की एक समिति महाकाल परिसर का निरीक्षण कर सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट सौंपती है. दिसंबर 2020 में पुरातत्व विभाग की समिति ने निरीक्षण किया था और मंदिर प्रशासन को कई निर्देश दिये थे. 2021 में जब समिति मंदिर परिसर का निरीक्षण करने आई तो पाया कि कई सुझावों पर अमल नहीं किया गया. खासकर शिवलिंग पर भस्म का गिरना, श्रद्धालुओं की स्पर्श पूजा और रगड़ने से ज्योतिर्लिंग को काफी नुकसान हुआ है.
2021 में ही पुरातत्व विभाग ने चेताया
अप्रैल 2021 की रिपोर्ट में समिति ने लिखा था- रगड़ने, भस्म गिरने और स्पर्श पूजा से ज्योतिर्लिंग पर छोटे-छोटे छिद्र बन गए हैं, ये बढ़ रहे हैं. इनमें पूजन सामग्री के कण रह जाते हैं. इससे बैक्टीरिया पनपते हैं, जिसके कारण शिवलिंग का क्षरण हो रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक शिवलिंग का आकार पिछले 50 सालों में धीरे-धीरे घटा है.
Ujjain Mahakal में ज्योतिर्लिंग के स्पर्श पर लग सकती है रोक
वही मामले में जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा की शिवलिंग क्षरण हुआ है मौके पर दिख भी रहा है . महाकाल लोक के कारण श्रधालुओ की संख्या बड़ी है . यही कारण है शिवलिंग ज्यादा बार स्पर्श किया जा रहा है . मंदिर समिति जल्द कोई बड़ा निर्णय लेगी .