चेन्नई : सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया से करने के बाद देश में तीखे विरोध का सामना कर चुके उदयनिधि स्टालिन Udayanidhi Stalin ने अब राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया है. उदयनिधि स्टालिन ने कहा है कि मस्जिद गिराने पर मंदिर नहीं बनता है. मस्जिद गिराकर मंदिर बनाना स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी डीएमके इसे स्वीकार नहीं करती है.
Udayanidhi Stalin का राम मंदिर पर विवादित बयान
उदयनिधि ने कहा कि हम किसी की आस्था या धर्म के विरोधी नही है.उन्होंने कहा की हम मस्जिद तोड़कर मंदिर बनाने से सहमत नही है.पिछले साल एक कार्यक्रम के दौरान भी उदय निधि ने सनातन धर्म के खिलाफ भी कड़ा बयान दिया था.उन्होंने कहा कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता.उन्हें खत्म करना ही होगा.हम डेंगू मच्छर, मलेरिया या कोरोनावायरस का विरोध नहीं कर सकते.हमें उन्हें उखाड़ फेंकना होगा. इसी तरह हमें सनातन को उखाड़ फेंकना होगा. उनके इस बयान का काफी विरोध हुआ. स्टालिन का ताजा बयान ऐसे वक्त पर आया जब राज्य में उनके डिप्टी सीएम बनने की चर्चाएं जोरों पर चल रही है.
संजय राउत ने भी दिया था विवादित बयान
उदयनिधि स्टालिन से पहले इंडिया गठबंधन में शामिल शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने भी राम मंदिर को लेकर बयान दिया था और कहा था कि मंदिर विवादित स्थल से 4 किलोमीटर दूर बना है. संजय राउत ने कहा था कि भगवान श्री राम का जन्म बाबरी मस्जिद के बड़े गुंबद के नीचे हुआ था,इसलिए वहां मंदिर बनाने के लिए मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था, फिर वहां से दूर मंदिर क्यों नहीं बनाया जा रहा है. राउत का यह दावा गलत साबित हो चुका है.राउत के बयान पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वह हिंदुओं का अपमान बंद करें. पिछले साल डीएमके के एक सांसद ने हिंदी पट्टी के राज्यों को गोमूत्र स्टेट कहा था, इसके बाद भी काफी विवाद हुआ था. तब सांसद ने माफी मांगी थी और उनके बयान को लोकसभा की कार्रवाई से हटाया गया था.