Wednesday, August 6, 2025

Pathan Controversy:शाहरुख़ को नैतिकता का पाठ पढ़ाने चले थे विवेक, खुद करा बैठे बेइज़्ज़ती

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कश्मीर फाइल्स फिल्म से सक्सेस की बुलंदियों को छूने वाले बॉलीवुड फिल्म मेकर विवेक अग्निहोत्री को कौन नहीं जानता . जो अक्सर अपनी फिल्में तो कभी अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं लेकिन इस बार विवेक अग्निहोत्री के चर्चा में आने के पीछे उनकी कोई फिल्म नहीं बल्कि एक ऐसी कंट्रोवर्सी है जिसमें पड़कर विवेक ने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली और अब सारा ज़माना उनको खरी खोटी सुना रहा है . ये कंट्रोवर्सी जुडी है शाहरुख़ की अपकमिंग फिल्म पठान के बेशर्म गाने से … तो आइये बिना समय गंवाए आपको लिए चलते है उस कंट्रोवर्सी की तरफ जो विवेक अग्निहोत्री की हर तरफ थू थू करा रहा है .

क्या है मामला?

दरअसल बॉलीवुड फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने एक ट्वीट किया है. जिसमें एक वीडियो अटैच्ड है. एक तरफ शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ का गाना ‘बेशरम रंग’ चल रहा है और दूसरी तरफ एक 12-14 साल की लड़की कुछ बोल रही है. सॉरी. बोल नहीं रही, बल्कि बेशर्म रंग जैसे गाने को ‘रेप के लिए उकसाने’ वाला बता रही है.

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वीडियो में लड़की ने क्या कहा

विवेक ने उस ट्वीट में वीडियो को अटैच कर लिखा – वॉर्निंग, ये वीडियो बॉलीवुड के खिलाफ है. मत देखिए अगर आप सेक्युलर हैं. वीडियो हम आपको यूट्यूब गाइड लाइन की वजह से नहीं दिखा सकते हैं लेकिन बताते हैं कि उसमें ऐसा है क्या. 1 मिनट 56 सेकेंड वाले वीडियो में एक लड़की आती है और कहती है- नमस्ते अंकल, नमस्ते आंटी. मेरा नाम है लड़की. मैं ना आप कैमरा के पीछे वाले जादूगरों की बहुत बड़ी फैन हूं. डायरेक्टर अंकल, प्रोड्यूसर आंटी…।’ इसके बाद वह ताली बजाती है और चेहरे पर कई सारे चोट के निशान दिखाई देते हैं. वह रोती है फिर कहती है- इतनी अश्लीलता कहां से लाते हैं आप लोग? न मेरे शरीर की कोई रिस्पेक्ट, न मेरे मन का कोई मोल, बस गंदगी में लिपटे हुए निरर्थक शब्द और निर्वस्त्र दृश्य. इसे कहते हैं आप कंटेंट?

लड़की आगे कहती है- आप तो देखने वाले अपराधियों को उकसाकर चले जाते हैं. पर बलि चढ़ती हैं हम बेटियां. तीन साल की, आठ साल की, 12 साल की बेटियां. एक मिनट.. आपके घर में भी तो बेटियां होंगी ना? तो आप ऐसा क्यों करते हैं? साफ सुथरा कंटेंट सोशल मीडिया और ओटीटी पर बनाते ही हैं लोग. हम लड़कियों की रिक्वेस्ट है. प्लीज प्रोवोकेटिव और अश्लील फिल्म बनाना बंद कीजिए. प्लीज अपनी स्क्रिप्ट और डायरेक्शन बदलिए. सोशल मीडिया और ओटीटी हमारा शोषण करने के लिए नहीं है.
यानी कुल मिलकर इस वीडियो के माध्यम से विवेक अग्निहोत्री पठान के बेशर्म रंग गाने पर निशाना साधना चाहते थे लेकिन ये वार तो विवेक पर ही भारी पड़ गया.

विवेक अग्निहोत्री की खूब हुई आलोचना

अब इस वीडियो के बाद लोगों ने विवेक अग्निहोत्री को आईना दिखाना शुरू किया और विवेक अग्निहोत्री के डबल स्टैण्डर्ड को सबके सामने लाकर रख दिया. वीडियो को रीट्वीट कर वीडियो के कमेंट सेक्शन में अन्य यूज़र्स ने ऐसे-ऐसे वीडियो शेयर किए कि विवेक अग्निहोत्री की फजीहत हो गई. ये वीडियो विवेक अग्निहोत्री की फिल्म के ही हैं. कुछ ने उनकी फिल्म ‘हेट स्टोरी’ का टॉपलेस पोस्टर शेयर किया और कहा ये आपने ही डायरेक्ट की थी.

तो कुछ ने उनका पुराना वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने फिल्म में इरोटिक दृश्य दिखाए जाने का खुद समर्थन किया और कहा कि जब तक आप फिल्मों में इरोटिक सीन्स नहीं दिखा सकते तब तक आप कलाकार ही नहीं हैं .
कुछ यूज़र्स विवेक की लिखी पोस्ट को शेयर करते हैं जिसमें लिखा है कि एक शख्स अगर महिलाओं के स्तन को घूरता है तो उसकी लाइफ लाइन 5 साल बढ़ जाती है. इस पोस्ट को शेयर करते हुए यूजर लिखते हैं ये आप ही हैं न विवेक.

विवाद में मोहम्मद जुबैर की एंट्री

वहीं एक ट्वीट मशहूर फैक्ट चेकर मोहम्मद ज़ुबैर का भी सामने आया जिसका जवाब देते हुए विवेक ने भी रीट्वीट करते हुए कहा कि आप के साथ समस्या
@zoo_bear यह है कि आपका विश्वास आपको बिल्कुल भी बदलने की अनुमति नहीं देता है. मैं हमेशा बदलते रहने वाले, हमेशा विकसित होने वाले, प्रगतिशील विश्वास से आता हूं इसलिए एक बार जब मुझे एहसास हुआ कि बॉलीवुड में क्या गलत है, तो मैं बदल गया. ‘सर तन से जुदा’ जैसे आप नहीं समझेंगे.
#नूपुर शर्मा

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बॉलीवुड में अश्लीलता फैलाने वोलों में विवेक भी शामिल

यानी कुल मिलाकर ये तो वही बात हुई कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे. हॉट स्टोरी माफ़ कीजिये हेट स्टोरी और ज़िद जैसी फिल्मों में अपनी हिरोइन को बिना कपड़े के पूरी दुनियां को दिखाने वाला, महिलाओं के स्तन को घूरने को जायज ठहराने वाला. बी और सी ग्रेड की मूवी बनाने वाला आज शाहरुख़ खान के बेशर्म रंग जैसे गाने की आलोचना कर रहा है. अगर फिल्म में अश्लीलता है तो आलोचना होनी चाहिए. इस सोच में बदलाव की बात होनी चाहिए लेकिन वो बात अगर विवेक अग्निहोत्री जैसा डाइरेक्टर और प्रोड्यूसर करे तो ये हैरानी की बात है. क्योंकि बॉलीवुड में या हिंदी सिनेमा में गंदगी परोसने वाले में विवेक अग्निहोत्री भी शामिल है.

अपनी फिल्मों में अश्लीलता परोसने वाला. अश्लीलता दिखा कर कमाई करने वाला अगर देश और समाज सुधार की बात करे तो ये बात किसे हजम होगी. विवेक अग्निहोत्री की एक फिल्म है बुद्धा इन ट्रैफिक जाम. इस फिल्म में गालियों की भरमार है. इस फिल्म का कोई ऐसा डायलॉग नहीं है जिसमें गालियां नहीं हैं.अब ऐसी फिल्म बनाने वाला विवेक अग्निहोत्री दूसरों की फिल्मों पर उंगली उठाए या अभद्रता की बात करे तो कौन सुनेगा. ये तो वैसा ही मामला हो जाएगा कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद लालू यादव ईमानदारी का पाठ पढ़ाने लग जाएं. या दर्जनों हत्या करने वाला चार्ल्स शोभराज अहिंसा पर प्रवचन देने लग जाए.या फिर सनी लियोनी पोर्न फिल्म को गलत बताने लग जाए.

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