ब्यूरो रिपोर्ट, पटना:लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में बड़े सियासी उलटफेर की अटकलें तेज हैं.राजनीतिक गलियारों में जदयू के बीच खटास की भी चर्चा होने लगी है.JDU के 11 विधायकों की पटना में सीक्रेट मीटिंग हुई.पार्टी के एक सीनियर मंत्री भी इस मीटिंग में शामिल हुए.अनुमान ये है की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार Nitish Kumar दिल्ली आने वाले हैं. यहां वह पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे.सभी की नजरें उनके अगले कदम पर टिकी हैं.
Nitish Kumar ले सकते हैं बड़ा फैसला
पार्टी के अंदर और बाहर ललन सिंह पर आरजेडी के साथ ज्यादा हमदर्दी रखने की चर्चाएं हैं. ऐसे में चर्चा है कि ललन सिंह को हटाने का फैसला हो सकता है.दिल्ली की बैठक में ललन सिंह का क्या होगा, ये अगले कुछ घंटों में साफ हो जाएगा. कारण, उनके पार्टी अध्यक्ष पद से हटाए जाने की सुगबुगाहट तेज है.नीतीश कुमार के वर्किंग स्टाइल को देखें तो जब पार्टी के नेता के किसी दूसरे दल की तरफ झुकाव की खबरें आईं.तब उस नेता के पर नीतीश कुमार ने कतर दिए. जब पार्टी के अंदर आरसीपी सिंह के बीजेपी के साथ साठगांठ के आरोप लगे तो नीतीश ने एक झटके में उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया.
नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होने का कर सकते हैं ऐलान
11 विधायकों की गुपचुप बैठक के बाद बुलाई गई मीटिंग को कुछ लोग ललन सिंह की छुट्टी से जोड़कर देख रहे हैं.जेडीयू की तरफ से यही दावा किया जा रहा है कि सबकुछ ठीक है.जेडीयू से जुड़े कुछ नेता बताते हैं कि पार्टी संविधान में अध्यक्ष को हटाने या इस्तीफा देने की एक प्रक्रिया है. पार्टी अध्यक्ष की तरफ से नीतीश कुमार को चिट्ठी के जरिए इस्तीफे की पेशकश की जा सकती है, लेकिन फैसला संगठन की कार्यकारिणी को करना होता है. ठीक ऐसे ही अध्यक्ष को हटाने का निर्णय लेने का अधिकार पार्टी की राष्ट्रीयकार्य कारिणी को है.पार्टी को फूट से बचाने के लिए नीतीश कुमार बड़ा ऐलान दिल्ली में करें. ये मुमकिन है कि कार्यकारियणी बैठक में पार्टी नेताओं की राय लेकर नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होने का ऐलान करें.
उपेंद्र कुशवाहा ने भी नीतीश पर कसा था तंज
उपेंद्र कुशवाहा के बयान ने खलबली मचा रखी है.उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज जदयू कहीं का नहीं है.नीतीश जी की साख इन लोगों के कारण मिट्टी में मिल चुकी है. कुल मिलाकर हमने जो कहा था वह सच साबित हो रहा है. नीतीश के वापस एनडीए गठबंधन में जाने वाली बात पर कहा की अब उनके पीछे हटने का समय है, हमारा नहीं.उन्होंने आगे कहा अगर नीतीश कुमार सार्वजनिक रूप से घोषणा करते हैं कि राजद के साथ उनका गठबंधन खत्म हो गया है तो यह बीजेपी का फैसला होगा कि उन्हें शामिल किया जाए या नहीं.
नीतीश के पास फिर क्या होगा ऑप्शन
पहला ऑप्शन ये है कि नीतीश कुमार कांग्रेस से खुलकर बात करेंगे. 28 तारीख को उनकी मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे से हो सकती है.इंडिया गठबंधन उनकी शर्तों को मान लेती है, तो फिर ठीक है.वहीं दूसरे ऑप्शन की बात है, तो वह फिर से बीजेपी के साथ जा सकते हैं. पटना में ये चर्चा
जोरों पर है कि बीजेपी उनकी वापसी चाहती है,लेकिन अपने शर्तों पर.