संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार 16 जनवरी 2023 को पाकिस्तान के आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकवादी की लिस्ट में शामिल कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया है.
कौन है अब्दुल रहमान मक्की ?
आइए जानते हैं कौन है अब्दुल रहमान मक्की? अब्दुल रहमान मक्की को भारत सरकार ने 27 अक्टूबर 2020 को विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 1967 के तहत आतंकी घोषित किया था. इसके बाद से ही चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत और अमेरिका के मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर अड़ंगा डालता रहा है. भारत ने पिछले साल भी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के इस नेता को इंटरनेशनल आतंकवादी घोषित करने की मांग की थी, लेकिन चीन ने बीच में अडंगा लगा दिया था. जून में इसको लेकर भारत ने चीन की आलोचना भी की थी. जिसके बाद से ये मामला काफी जयादा सुर्ख़ियों में था .
गृह मंत्रालय के मुताबिक अब्दुल रहमान मक्की का जन्म 10 दिसम्बर 1954 को पाकिस्तान में हुआ. मक्की लश्कर-ए-तैयबा के राजनीतिक कार्य शाखा का प्रमुख है और लश्कर-ए-तैयबा के विदेशी संबंधी विभाग के प्रमुख के रूप में भी कार्य कर रहा है. अब्दुल रहमान मक्की लश्कर-ए-तैयबा के लिए धन संग्रह करने में भी शामिल है.
भारत को कई घाव दे चुका है ये आतंकी
अब्दुल रहमान मक्की लाल किले पर हमले सहित भारत में 7 हमलों का मास्टरमाइंड है और पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का उप प्रमुख भी है. वह लश्कर के सरगना हाफिज मोहम्मद सईद का करीबी रिश्तेदार भी है. मक्की ने अभी तक भारत में कई बड़े आतंकी वारदातों को अंजाम दिया है, जिसमें साल 2000 का लाल किला हमला, 2008 का रामपुर कैंप पर हमला, 2018 में बारामुला, श्रीनगर हमला और बांदीपोरा हमले भी शामिल है. आतंकी संगठन लश्कर ने 26/11 के मुंबई हमले को भी अंजाम दिया था. उसमें भी अब्दुल रेहमान मक्की की अहम् भूमिका रही थी . तभी से भारत अब्दुल मक्की के पीछे हाथ धोकर पड़ा था . अमेरिका की तरफ से वक्त वक्त पर आतंकी का विरोध किया गया . उसे इंटरनेशनल टेररिस्ट घोषित करने के लिए अमेरिका और भारत मिलकर कोशिश करते रहे लेकिन हमेशा से पाकिस्तान और जिहादी आतंकियों को सपोर्ट देने वाला ड्रैगन ढाल की तरह उनका बचाव करता रहा .
अमेरिका ने रखा था 2 मिलियन डॉलर का इनाम
गृह मंत्रालय के मुताबिक मक्की ने 7 मई 2006 को हैदराबाद में ओडियन सिनेमा के अंदर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस यानी कि (आईईडी) विस्फोट की प्लानिंग की थी, जिसमें चार लोग घायल हो गए थे. इस मामले की जांच एनआईए द्वारा की जा रही है. वहीं अमेरिकी सरकार ने भी मक्की पर 2 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के फैसले से पहले ही अमेरिका और भारत ने मक्की को घरेलू कानूनों के तहत आतंकवादी घोषित किया हुआ है.
पाकिस्तान में हो चुका है गिरफ्तार
यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि पाकिस्तान सरकार ने साल 2019 में मक्की को आतंकी वारदातों को अंजाम देने के जुर्म में गिरफ्तार भी किया था. तब पाकिस्तान पर फाइनेंशिएल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) का दबाव था. जिसके चलते पाकिस्तान खुद की ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने के लिए ऐसे आतंकियों पर कार्रवाई करने का ढोंग रच रहा था . हालांकि साल 2020 में पाकिस्तान की एक कोर्ट ने मक्की को आतंकी गतिविधियों को वित्तीय सुविधा देने का दोषी ठहराते हुए सजा भी सुनाई थी.
रंग लाई महनत
अब कहीं जाकर भारत और अमेरिका की कोशिश रंग लाइ और सैकड़ों लोगों की जानलेने वाला खुदको मास्टर माइंड मानने वाला आतंकी पूरी दुनिया में इंटरनेशनल आतंकियों की लिस्ट में शामिल हुआ.