First Amrit Bath (Shahi Snan) : महाकुंभ में पहले शाही स्नान यानी अमृत स्नान का समय आ चुका है. पिछले 12 वर्षों से जो साधु संत इस पुण्य अवसर का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने की शुभ घड़ी आ गई है. इस बार शाही स्नान को नाम दिया गया है अमृत स्नान, तो 14 जनवरी को सभी अखाड़ों के साधु संत पहले संगम में अमृत स्नान करेंगे फिर आम लोगों को संगम में डुबकी लगाने का मौका मिलेगा.
First Amrit Bath (Shahi Snan) के लिए 13 अखाड़ों के लिए जारी हुआ समय सारणी
महाकुंभ में देश भर के 13 अखाड़ों के साधु संत आय़े हुए हैं और मेला क्षेत्र में ही निवास कर रहे हैं. ये साधु संत अगले 45 दिन तक यहां निवास करेंगे और अपनी पूजा-पद्धति जारी रखेंगे. अखाड़ों के लिए महाकुंभ एक पवित्र अवसर है, जिसमे सबसे पहले नागा साधुओं को पवित्र नदी में स्नान करने का अवसर मिलता है. फिर एक के बाद एक एक कर सभी अखाड़ों के साधु- संतों को यहां स्नान करने का अवसर मिलता है.आइये आपको बताते है कि 13 अखाड़ों में कौन से अखाड़े को सबसे पहले और किसे उसके बाद संगम में स्नान का मौका मिलगा.
महानिर्वाणी अखाड़े से होगी पहले अमृत स्नान(शाही स्नान) की शुरुआत
तय कार्यक्रम के मुताबिक मकरसंक्राति पर स्नान के कार्यक्रम की शुरुआत महानिर्वाणी अखाड़े से होगी. श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के स्नान के बाद श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा को मौका मिलेगा. ये अखाड़ा सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर अपने शिविर से प्रस्थान करेगा और सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर घाट पर पहुंचेगा. इस अखाड़े को स्नान के लिए 40 मिनट का समय मिला है. ये अखाड़ा सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर घाट से शिविर वापस लौट जायेगा.
महानिर्वाणी के बाद दूसरे नंबर पर तीन अखाड़ों को समय दिया गया है. श्री तपोनिधि पंचायती, श्री निरंजनी अखाड़ा और श्री पंचायती अखाड़ा . इन अखाड़ों के शिविर से प्रस्थान का समय सुबह 6.05 मिनट रखा गया है. इस अखाड़े के संत 7 बजकर 5 मिनट पर घाट पर पहुंचेंगे. इन्हें भी 40 मिनट का समय दिया गया है. तीनों अखाड़ों के साघु संत सुबह 7:45 पर घाट से वापस अपने शिविर के लिए निकल जायेंगे.
चार अखाड़ों के स्नान के बाद तीसरे नंबर पर तीन अखाड़ों को रखा गया है. तीसरे नंबर पर श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा और श्री पंचाग्नि अखाड़ा स्नान करेगा. इनका शिविर से निकलने का समय सुबह 07:00 बजे रखा गया है. ये अखाड़ा सुबह 08:00 बजे घाट पर पहुंचेगा और 40 मिनट में स्नान के बाद 8:40 पर घाट से निकलकर शिविर के लिए प्रस्थान करेगा.
बैरागी अखाड़ों के लिए सुबह 9.40 का समय हुआ तय
तीनों बैरागी अखाड़े में सबसे पहले अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा 9:40 पर शिविर से निकलेगा और एक घंटे में 10:40 पर घाट पहुंचेगा. इन्हें स्नान के लिए 30 मिनट का समय दिया गया है. इस अखाड़े के लोग 11:10 पर घाट से निकल कर शिविर के लिए रवाना हो जायेंगे.
अखिल भारतीय श्री पंच दिगम्बर अनी अखाड़ा सुबह 10:20 बजे शिविर से निकलेगा और 11:20 पर घाट पहुंच जायेगा. इन्हें स्नान के लिए 50 मिनट का समय मिला है. इस अखाड़े के साधु संत स्नान के बाद 12:10 पर घाट से शिविर के लिए रवाना हो जायेंगे.
अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा 11:20 पर शिविर से निकल कर 12:20 बजे घाट पहुंचेगा और 30 मिनट में स्नान के बाद 12:50 पर वहां से शिविर के लिए रवाना हो जायेंगे.
अन्य तीन अखाड़े जिसमें उदासीन शामिल हैं , इनमें श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा के संत 12:15 पर अपने शिविर से निकल कर 1:15 बजे घाट पर पहुंचेंगे और 55 मिनट में स्नान के बाद 2:10 पर अपने शिविर के लिए रवाना हो जायेंगे . श्री पंचायती अखाड़ा, नया उदासीन अखड़ा और निर्वाण अखाड़े के संत 1:20 बजे अपने शिवर से निकल कर 2:20 बजे घाट पर पहुंचेंगे, एक घंटा स्नान के बाद 3:20 बजे अपने शिविर के लिए रवाना हो जायेंगे.
अखाड़ों के स्नान में सबसे आखिरी नंबर श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा का है. इस अखाड़े के साधु संत दोपहर 2:40 पर शिविर से निकलेंगे और 3:40 पर घाट पहुंचेंगे. 40 मिनट में स्नान के बाद 4:20 बजे अपने शिवर मे लौट जायेंगे
इस तरह से शाम साढे पांच बजे तक सभी 13 अखाड़ों के साधु संत पहले अमृत स्नान यानी शाही स्नान के बाद अपने अपने शिविर में लौट जायेंगे.