Farmers protest: पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल का आमरण अनशन 21वें दिन में प्रवेश कर गया. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने संयुक्त लड़ाई के लिए किसान समूहों से एकजुटता का आह्वान किया और कहा ‘बटोगे तो लुटोगे.’
“यदि आप एकजुट नहीं होते हैं, तो आप हार जाएंगे” राकेश टिकैत
‘बटोगे तो लुटोगे’ का नारा योगी आदित्यनाथ के चुनावी नारे ‘बटोगे तो काटोगे’ से मिलता जुलता है. एकजुटता के आह्वान के बीच टिकैत ने दल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता जताई.
पिछले सप्ताह खनौरी में दल्लेवाल से मुलाकात करने वाले टिकैत ने अपनी मांगों के समर्थन में एकजुट लड़ाई के लिए किसान समूहों के एक साथ रहने के महत्व को दोहराया और कहा, “यदि आप एकजुट नहीं होते हैं, तो आप हार जाएंगे; सभी को एकजुट रहना चाहिए.”
Farmers protest: 26 नवंबर से आमरण अनशन पर जगजीत सिंह दल्लेवाल
70 वर्षीय कैंसर रोगी दल्लेवाल 26 नवंबर से पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी सीमा पर आमरण अनशन पर हैं. वह मांग कर रहे हैं कि केंद्र आंदोलनकारी किसानों की मांगों को स्वीकार करे, जिसमें फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी भी शामिल है.
टिकैत ने ‘बटोगे तो लुटोगे’ का नारा क्यों दिया?
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं और 13 फरवरी से शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं, जब पुलिस ने राजधानी की ओर उनके मार्च को रोक दिया था.
टिकैत का मानना है कि पंजाब, राजस्थान या उत्तर प्रदेश के अलग-अलग संगठन, जब तक सभी किसान समूह मिलकर रणनीति नहीं बनाते, तब तक “दिल्ली चलो” मार्च का आह्वान करने से वांछित परिणाम नहीं मिलेंगे. पिछले हफ़्ते जब उनसे पूछा गया कि क्या अब निरस्त हो चुके कृषि कानूनों के खिलाफ़ आंदोलन के दौरान एसकेएम का गठन करने वाले सभी संगठनों को किसानों के अधिकारों के लिए प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए एकजुट होना चाहिए, तो टिकैत ने कहा, “हमने एक समिति बनाई है जो इन समूहों के साथ संवाद करेगी,” उन्होंने कहा कि भविष्य की कार्रवाइयों के लिए एक रणनीति विकसित की जाएगी.
प्रदर्शनकारी किसानों ने आज ट्रैक्टर मार्च निकाला
इससे पहले आज (सोमवार) को हरियाणा में किसानों ने खनौरी और शंभू सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर मार्च निकाला और दल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर अपनी चिंता जाहिर की.
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शनिवार को ट्रैक्टर मार्च की घोषणा की, जबकि पंजाब में 18 दिसंबर को दोपहर 12 से 3 बजे तक ‘रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन होने वाला है.
पंधेर ने रविवार को कहा कि उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को पत्र लिखकर उनसे पंजाब-हरियाणा सीमा पर फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ हाथ मिलाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा, “हमने अपने साथी किसानों को एक पत्र लिखा है और हमें उनसे सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद है.” पत्र के बारे में पूछे जाने पर, टिकैत, जो भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं, ने कहा, “हम पिछले छह से दस महीनों से वकालत कर रहे हैं कि सभी समूहों को एक साथ आना चाहिए और चर्चा करनी चाहिए.”
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