श्रीराम पर बनी फिल्म आदिपुरुष फिल्म अब बॉलीवुड के लिए खतरा बनती जा रही है. भारतीय संस्कृति के सबसे पुराने महाग्रंथ रामायण पर आधारित ये फिल्म हर जगह आलोचनाओं का सामना कर रही है. ऐसे में अब नेपाल ने भी इस फिल्म पर आपत्ति जतायी है और भारतीय फिल्मों को ही बैन करने की बात कह डाली. जी हाँ काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने अपने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि काठमांडू महानगर क्षेत्र में कोई भी भारतीय फिल्म नहीं दिखायी जायेगी और सभी सिनेमाघरों को इस प्रतिबंध के बारे में सूचित कर दिया गया है.
दरअसल यहाँ विवाद चिड़ा है माँ सीता को लेकर आदिपुरुष फिल्म रिलीज से एक दिन पहले मेयर ने ‘सीता भारत की बेटी है’ वाले बयान को हटाने के लिए तीन दिन का वक्त दिया था. महापौर ने तीन दिनों के अंदर संवाद संपादित नहीं करने पर सभी भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने की धमकी भी दी. शुक्रवार को, आदिपुरुष काठमांडू में रिलीज नहीं हुई, जबकि रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि निर्माता संवाद को संपादित करने के लिए सहमत हो गये हैं.
— Balen Shah (@ShahBalen) June 18, 2023
काठमांडू के इस मेयर ने मांग की है कि न केवल नेपाल के लिए बल्कि भारत के लिए भी संवाद को संशोधित करने की जरूरत है. बालेन शाह ने रविवार को कहा कि काठमांडू मेट्रोपॉलिटन में सभी भारतीय फिल्मों पर तब तक प्रतिबंध रहेगा जब तक कि इस फिल्म में से ‘आपत्तिजनक’ हिस्से को हटा नहीं दिया जाता. नेपाल के फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने कहा कि “सीता को भारत की बेटी” बताने वाले संवाद को बदलने के बाद ही सिनेमाघरों में फिल्म दिखाने की अनुमति दी जायेगी.
दरअसल रामायणकाल में बैसाख माह की नवमी तिथि को मिथिला के राजा जनक के यहां माता सीता का जन्म हुआ था. उनकी राजधानी का नाम जनकपुर है, आपको बता दें जनकपुर नेपाल का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. इस मंदिर की कलाकृति बेहद अद्भुत है. माता सीता को समर्पित इस मंदिर को ऐतिहासिक स्थल भी माना जाता है, जहां माता सीता का जन्म हुआ और उनके विवाह के बाद यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम चंद्र जी का ससुराल बना. इसीलिए माँ सीता को भारत की बेटी बताने पर नेपाल में घमासान मच गया.