यूपी बीजेपी UP BJP में घमासान मचा है. एक तरफ मंगलवार तक जहां चर्चा प्रदेश में नेतृत्व यानी योगी आदित्यनाथ की विदाई की चल रही थी वहीं बुधवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल की खबर आ गई. यानी दिल्ली से बगावत की चिंगारी लखनऊ पहुंचे उससे पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने उसपर पानी डालने का इतेज़ाम कर लिया है. यानी बगावत का झंडा बुलंद करने वाले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या की कुर्सी ही खतरे में पड़ गई है.
योगी करेंगे राज्यपाल से मुलाकात
मंगलवार को दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या की मुलाकात ने बुधवार को लखनऊ में सरगर्मी बढ़ा दी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह उत्तर प्रदेश कैबिनेट बैठक कर मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव का संकेत दे डाला. कैबिनेट की बैठक के बाद राज्य के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि, बैठक में विकास परियोजनाओं, बाढ़ की स्थिति आदि पर चर्चा की गई… सभी 10 सीटें जीतनी हैं, इसलिए(विधानसभा उपचुनाव) पर भी चर्चा की गई…”
लेकिन सूत्रों की माने तो बैठक में हुई चर्चा के बाद यूपी में संगठन से लेकर सरकार तक के स्तर पर बड़े बदलाव हो सकते हैं. इसके साथ ही ये भी जानकारी दी गई की शाम 6 बजे योगी आदित्यनाथ राज्यपाल से मुलाकात कर सकते है.
UP BJP: केशव प्रसाद मौर्या और जेपी नड्डा की मुलाकात के क्या है मायने
असल में 16 जून यानी मंगलवार को उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाक़ात की थी. इस मुलाकात के बाद केशव प्रसाद मौर्या के X हैंडल Office Of Keshav Prasad Maurya पर लिखा, “संगठन सरकार से बड़ा है, कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है संगठन से बड़ा कोई नहीं, कार्यकर्ता ही गौरव है” राजनैतिक गलियारों में इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
जेपी नड्डा और मौर्या की इस मुलाकात के बाद मंगलवार रात करीब 9 बजे यूपी बीजेपी चीफ भूपेंद्र चौधरी भी जेपी नड्डा से मिले. इसके बाद ये चर्चा चल पड़ी की सीएम योगी की विदाई तय है.
कांग्रेस और सपा ने ली बीजेपी में मचे घमासान पर चुटकी
खबर ऐसी फैली की कांग्रेस ने भी इसपर चुटकी ले डाली. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट कर लिखा, “यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली में हैं. लगातार नड्डा से मिल रहे हैं राज्य में योगी के ख़िलाफ़ बग़ावत का मोर्चा इन्होंने ही सम्भाला है किसके इशारे पर यह कर रहे हैं, इतना तो आप सब जानते ही हैं जानकारी के लिए बता दूँ यह साहेब अपना विधानसभा चुनाव हार गये थे”
सिर्फ कांग्रेस ही नहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बीजेपी के घमासान पर पोस्ट लिखा है. अखिलेश ने लिखा, “भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में, उप्र में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है. तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है. जनता के बारे में सोचनेवाला भाजपा में कोई नहीं है.”
क्या अरविंद केजरीवाल की भविष्यवाणी होगी सच
लोकसभा चुनाव के समय से ही यूपी में अमित शाह- योगी की लड़ाई की चर्चा थी. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तो चुनाव के बाद सीएम योगी की विदाई की भविष्यवाणी भी कर दी थी. दिल्ली से लेकर लखनऊ कर बीजेपी में हो रहे घटनाक्रम को देख तो लगता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ बिना लड़े हार मानने वाले नहीं है. देखना ये है कि इस लड़ाई में बगावत का झंडा उठाने वाले केशव प्रसाद मौर्या का क्या होता है. क्या वो उपमुख्यमंत्री से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचते है या योगी मंत्रिमंडल से बाहर कर दिए जाते है.
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