Alwar Kalakand: आप लोगो ने कई मिठाइयां खाई होंगी. अलग अलग जगहों की अपनी कोई न कोई फेमस चीज जरूर होती है. राजस्थान का खाना हो या पहनावा, वहां की हर चीज लोगों के बीच मशहूर हैं. वहां के खानो में जो स्वाद है वो और कही नहीं मिलने वाला है. आज हम आपको राजस्थान की एक मिठाई के बारे में बताने वाले हैं जिसे सुनकर आपके मुँह में पानी आ जाएगा और आपका उस मिठाई को खाने का मन होगा.
अलवर का नाम सुनते ही स्वाद के दीवानों की जुबान पर एक मुस्कान आ जाती है क्योंकि यहां का कलाकंद का स्वाद सभी की जुबान पर है. इस कलाकंद के स्वाद के दीवाने राजस्थान और अलवर ही नहीं बल्कि साउथ और नॉर्थ इंडियन लोग भी हैं. आज हम आपको अलवर शहर की एक ऐसी दुकान के बारे में बताने जा रहे हैं, जो न केवल अपने स्वाद के लिए फेमस है बल्कि यहां का कलाकंद कई दिनों के बावजूद खराब नहीं होता. जिसके चलते इसकी डिमांड अलवर शहर सहित प्रदेश के अलग अलग जिलों और देश के अलग अलग कोनों में भी है. अलवर शहर के दाउदपुर फाटक स्थित यह दुकान बीते कई सालों से अलवर जिले के लोगों को स्वादिष्ट कलाकंद का स्वाद दे रहे हैं.
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आपको बता दें कि, ठाकुरदास के हाथों से बने कलाकंद लोगो को इतने पसंद आने लगे हैं कि फिर अन्य हलवाइयों ने भी इसे बनाना सीख लिया. आज अलवर में लगभग ढाई हज़ार से ज्यादा दुकानों पर कलाकंद मिठाई बनाई जाती हैं. वहां के कारोबारियों के मुताबिक, अलवर में बनने वाले करीब 15 हज़ार किलो कलाकंद की खपत रोज होती है. यहां आने वाले लोग कलाकंद खरीदना कभी नहीं भूलते हैं. आप भी अगर कलाकंद के शौक़ीन हैं तो एक बार अलवर के कलाकंद को जरूर खाये.