Friday, October 18, 2024

Tejashwi Yadav का बड़ा बयान-बिहार में नीतीशजी पीएम मोदी के साथ वही करेंगे जो लालू जी ने आडवाणी जी के साथ किया था.

पटना :  बिहार में 2024 चुनाव को लेकर अभी से आरजेडी और बीजेपी समेत सभी पार्टियां चुनावी मोड में आ गई हैं. लगातार ऐसे बयान आ रहे है जो माहौल को गर्मा रहे हैं. ताजा बयान दिया है बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)ने – तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav )ने बयान दिया है कि जिस तरह से 1990 में भारत यात्रा पर निकले आडवाणी जी (Lal Krishna Adwani) का रथ उनके पिता लालू प्रसाद यादव (Laloo Pradas Yadav) ने बिहार मे रोक लिया था उसी तरह पीएम मोदी के विजय रथ को भी बिहार ही रोकेगा और ये काम सीएम नीतीश कुमार ( Nitish Kumar) के नेतृत्व में होगा.

क्या दोहराया जा सकता 1990 का दौर ?

डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav ) के इस बयान के साथ ही ये कयास लगने लगे है कि क्या एक बार फिर से  बिहार में 1990 का दौर दोहराया जा सकता है?

LAL KRISHNA ADWANI RATH YATRA
LAL KRISHNA ADWANI RATH YATRA

ये कयास इसलिए लगाये जा रहे हैं कि गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी पर जम कर हमला बोला.  तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस तरह से NDA सरकार के समय में लालू जी ने आडवाणी जी के रथ को रोककर उनकी यात्रा रोक दी थी, ठीक उसी तरह से पीएम मोदी, जो 2024 में जीत के रथ पर सवार होना चाहते हैं उसे नीतीश जी रोक देंगे, पीएम मोदी की विजय रथ बिहार में ही रुकेगा.

LAL KRISHNA ADWANI RATH YATRA IN BIHAR
LAL KRISHNA ADWANI RATH YATRA IN BIHAR

तेजस्वी यादव ने हिंदु- मुस्लिम का मुद्दा भी उठाया

तेजस्वी यादव ने बीजेपी को एक तरह से ललकारते हुए कहा कि कुछ समय पहल ये कहा जा रहा था कि मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छीन लिया जाये, लेकिन हम बता दें कि जब तक देश में लालू जी और नीतीश जी जैसे नेता हैं, ऐसा करने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता है. ये देश किसी के पिता जी का नहीं है.

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 1990 का जिक्र क्यों ?

1990 में देश में राम जन्मभूमि को लेकर बीजेपी पूरे देश में आंदोलन चला रही थी. आंदोलन के लिए वरिष्ठ बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी रथ यात्रा लेकर पूरे देश की यात्रा पर निकले थे. उस समय बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव थे. जब उत्तर प्रदेश से निकलकर आडवाणी जी ने बिहार में प्रवेश किया और सीतामढी जिले में पहुंचे  तो वहां  लालू प्रसाद यादव ने उनका रथ रोक लिया था.इसके बाद कई दिनों तक पूरे देश मे बवाल होता रहा लेकिन लालू प्रसाद अपनी बात पर अडिग रहे. लालू प्रसाद ने कहा था कि  ये रथ हिंदु मुस्लिम के बीच वैमनस्य बढ़ाने के लिए निकाला गया है इसे रोका जाना चाहिये.

हलांकि बिहार में आजवाणी जी की रथ यात्रा रुक जाने के बाद पूरे देश के कई हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे तक हो गये थे. आज भी लोग इस दौर को याद करके सिहर उठते हैं.

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23 जून को विपक्षी दलौं की बैठक

दरअसल तेजस्वी यादव का ये हौंसला 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर है. 23 जून को देश भर की 18 प्रमुख विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद होने और 2024 के लिए रणनीति बनाने के लिए इकट्ठा हो रही हैं. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर इस बैठक में सब कुछ ठीक रहा है और सभी क्षेत्रिय पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया तो  संभव है कि 300 से ज्यादा सीटें जीतने वाली बीजेपी 100 सीटों तक सिमट कर रह जाये, और फिर से केंद्र में सरकार बनाना संभव ना हो.

 

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