लखनऊ:सर्दियों में पराली जलाने के कारण होने वाले वायु प्रदूषण Air pollution को लेकर योगी सरकार अब सख्त है. प्रदूषण के लिए पराली जलाने को बड़ा कारण माना जाता है.किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए योगी सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाए जाएंगे .महाराजगंज जिले में पराली जलाने पर प्रशासन ने तेवर सख्त किए.इस मामले मे तीन लेखपालों को सस्पेंड भी किया गया वहीं 28 किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर 10 को गिरफ्तार कर लिया गया . किसानों को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया .प्रशासन के इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है.
Air pollution को लेकर कई जागरूकता अभियान भी चले
पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार की ओर से शुरू से तैयारी की गई है.किसी भी सूरत में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है.इसके तहत जागरूकता अभियान के साथ सरकार ने किसानों में निशुल्क बायोडीकम्पोजर का वितरण किया है. पराली को लेकर पहले ही किसानों को जिताया जा चुका है जुर्माना तक लगाया जा चुका है .पराली का जलना सरकारों के बीच घमासान का कारण भी बनता है. सरकार बस एक दूसरे के राज्यों पर दोष मढ़ती रहती हैं .पंजाब और हरियाणा इसका बड़ा उदाहरण है .यहां पर पराली जलाने को लेकर सरकार के मंत्रियों के बीच के बयान बाजी होती रहती है.देश की राजधानी दिल्ली में भी पराली जलाने को लेकर पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है.किसान पर अपने खेत में पराली जलाने का आरोप है. पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपी किसान को अदालत में पेश किया.हवा में फैल रहे प्रदूषण के लिए सबसे ज्यादा धान की पराली जलाने को ही जिम्मेदार माना जाता है. इसीलिए प्रदेश में पराली जलाने के खिलाफ योगी सरकार सख्त मोड में आ गई है.