लखनऊ: योगी सरकार Yogi Government में प्रदेश का अपराधिक ग्राफ घटा है. ये जानकारी नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट जारी होने के बाद मंगलवार को प्रदेश के स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने दी है.उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति तहत पुलिस की कार्रवाई से अपराध में कमी हुई है.योगी सरकार के लिए ये बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है.
Yogi Government से पहले 35 लाख से अधिक मुकदमे दर्ज किए
एनसीआरबी के वर्ष 2022 के आंकड़ो के मुताबिक देश में 35 लाख से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए जबकि यूपी में 4,01,787 ही मुकदमे हुए.पूरे देश के क्राइम रेट 258.1 प्रतिशत के सापेक्ष यूपी का 171.6 प्रतिशत है . देश के अन्य राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के मुकाबले यूपी दर्ज मुकदमों में 20वें स्थान पर है.उत्तर प्रदेश में हत्या के प्रयास के 3,788 मुकदमे दर्ज किए गए, जिसका क्राइम रेट 1.6 प्रतिशत के साथ पूरे देश में यूपी 25 वें स्थान पर है.फिरौती के अपहरण के मुकदमे के मामले में यूपी 30 वें स्थान पर है।
महिला से जुड़े अपराध के मामले में यूपी ने तोड़ा रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश में जहां एक ओर गंभीर अपराधिक मामलों में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश में महिला संबंधी अपराध में सजा दिलाने की दर राष्ट्रीय औसत से 180 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है.एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार देश का महिला संबंधी अपराध में सजा दिलाने की राष्ट्रीय औसत दर 25.3 प्रतिशत है.वर्ष 2022 की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 70.8 प्रतिशत महिला संबंधी अपराधों में सजा दिलायी गई है.