नई दिल्ली: पिछले महीने तत्काल प्रभाव से ICC की सदस्यता से निलंबित किए जाने के बाद अब USA क्रिकेट ने हैरान कर देने वाला कदम उठाया है. ICC ने USA क्रिकेट को निलंबित करने का फैसला, उसके सदस्य देश के रुप में अपने दायित्वों के बार-बार उल्लंघन करने के चलते उठाया था. सदस्यता से निलंबित होने के बाद अब USA क्रिकेट ने चैप्टर 11 दिवालियापन के लिए आवेदन किया है. यूएसए क्रिकेट ने ये कदम अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइजेज के साथ अपने विवाद को लेकर होने वाली सुनवाई से ठीक पहले उठाया है. वर्ल्ड क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ है जब ICC के किसी सदस्य संस्था की ओर से चैप्टर 11 के तहत दिवालियापन के लिए आवेदन किया गया है.
क्या होता है चैप्टर 11 दिवालियापन ?
अब सवाल है कि चैप्टर 11 दिवालियापन होता क्या है? ये दरअसल किसी व्यवसाय या व्यक्ति को अदालती निगरानी में अपने पैसों और उधारों को पुनर्गठित करने की अनुमति देता है. ऐसा करते हुए बोर्ड अपना संचालन जारी रख सकता है. चैप्टर 7 से ठीक उलट, जिसमें परिसंपत्तियों का परिसमापन शामिल है, चैप्टर 11 एक “पुनर्गठन” दिवालियापन है, जिसे किसी संघर्ष कर रहे उद्यम को एक नई शुरुआत देने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
सुनवाई शुरू होने से पहले दिवालियापन की अर्जी
अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइजेज के साथ विवाद पर होने वाली सुनवाई से कुछ मिनट पहले ही USA क्रिकेट के वकील ने कोर्ट को दिवालियापन होने की जानकारी दी. क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइजेज ने बताया कि USA क्रिकेट ने सुनवाई की शुरुआत होने का भी इंतजार नहीं किया और खुद के दिवालियापन होने की घोषणा कर दी. ऐसा इसलिए क्योंकि उसे नतीजा पहले से पता था. उसने आरोप लगाया कि USAC को क्रिकेट और अपने खिलाड़ियों के हितों की जरा भी चिंता नहीं है. वो राजनीति से ग्रस्त है और उसे बस निदेशकों के निजी एजेंडे की पड़ी है.
इन खिलाड़ियों की बढ़ सकती हैं चिंताएं
1 अक्टूबर को USA क्रिकेट की ओर से खुद को चैप्टर 11 दिवालियापन घोषित किए जाने की घटना के बाद उन खिलाड़ियों की परेशानियां बढ़ सकती हैं, जिन्होंने हाल ही में USAC से करार किया है. या फिर हाल ही में मेजर और माइनर क्रिकेट लीग से जुड़े हैं. USA क्रिकेट को T20 वर्ल्ड कप 2026 में भी हिस्सा लेना है. लेकिन, चैप्टर 11 दिवालियापन के लिए आवेदन करने के बाद अब USA की टीम हिस्सा ले पाएगीया नहीं, ये देखना दिलचस्प रहेगा.