2026 विश्व कप के लिए यूरोपियन क्वालीफायर एक उतार-चढ़ाव भरे दिन में बदल गए, जहां जर्मनी ने लीपज़िग में स्लोवाकिया को 6-0 के स्कोर के साथ हराकर टूर्नामेंट में अपनी जगह पक्की कर ली, इस तरह से शुरुआत में उनकी स्थिति अच्छी नहीं रही. इससे पहले, ग्रुप में जर्मनी ने ब्रातिस्लावा (Bratislava) में 2-0 से हारकर दुनिया को चौंका दिया था, जो विश्व कप क्वालीफायर में घर से बाहर उनकी पहली हार थी. लीपज़िग में, उन्होंने न केवल अपनी जीत का परचम लहराया, बल्कि ग्रुप ए में टॉप पर अपनी स्थिति को और भी मज़बूत कर लिया, जिससे उनके अन्य विपक्षी उनसे आगे नहीं बढ़ पाए|
जर्मनी ने स्लोवाकिया को हरा 2026 विश्व कप में मारी एंट्री
कोच जूलियन नागल्समैन के मार्गदर्शन में जर्मनी की विश्व मंच पर वापसी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है. स्लोवाकिया से शुरुआती हार के बाद, डेविड हैंको और डेविड स्ट्रेलेक जैसे गोलकीपरों के साथ, राष्ट्रीय टीम ने अपने विरोधियों के लिए विनाशकारी खेल दिखाया |
लीपज़िग में उनके शानदार प्रदर्शन ने दिखाया कि उनके पास आक्रामक और डिफेंसिव पावर का ऐसा मिश्रण है जो बहुत दुर्लभ है और ज़्यादातर टीमें ऐसी बेहतरीन साझेदारी हासिल नहीं कर पाई हैं. यह परिणाम न केवल जर्मनी को उत्तरी अमेरिका में होने वाले 2026 विश्व कप के लिए योग्य बनाता है, बल्कि यूरोपियन विपक्षियों के लिए भी यह संकेत देता है कि अगर वे सही लय हासिल कर लेते हैं, तो वे एक मज़बूत टीम बने रहेंगे. लेरॉय साने को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया |
अन्य मैचों के हाल
उत्तरी आयरलैंड के कड़े, अनुशासित और मज़बूत खेल ने उन्हें लक्ज़मबर्ग को 1-0 के मामूली अंतर से हराकर टूर्नामेंट में बने रहने में मदद की. पोलैंड ने किकऑफ़ से लेकर अंतिम सीटी तक चले एक बेहद रोमांचक मैच में माल्टा को 3-2 से आसानी से हरा दिया, जबकि क्रोएशिया ने न केवल स्कोर बराबर किया, बल्कि एक बार फिर गोल करके मोंटेनेग्रो को 3-2 से हरा दिया |
यह एक ऐसा मैच था जिसने क्वालीफाइंग अभियान के उतार-चढ़ाव और उसकी बेतरतीबी को पूरी तरह से दर्शाया. कई टीमों के पास अभी भी प्लेऑफ़ में पहुंचने का मौका है, क्योंकि आखिरी मैच बस आने ही वाले हैं और बड़े नाटकीय मुक़ाबलों की उम्मीद है |

