सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान हैं। रोहित के नेतृत्व में भारतीय टीम ने दो आईसीसी खिताब (टी20 और चैम्पियंस ट्रॉफी) जीते हैं। वहीं भारत के सबसे सफल कप्तान की बात की जाये तो वह महेन्द्र सिंह धोनी हैं। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने टी20 विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी और एकदिवसीय विश्वकप जीते हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो धोनी ने रोहित से काफी अधिक मैचों में कप्तानी की है पर जीत प्रतिशत की बात करें तो उसमें रोहित तीनो ही प्रारुपों में आगे है।
एकदिवसीय क्रिकेट में 200 मैचों में कप्तानी करने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 110 मैच जीते जबकि उसे 74 मैचों में हार का सामना करना पड़ा और 5 मैच टाई रहे। धोनी का एकदिवसीय में जीत का प्रतिशत 55 का रहा है। वहीं रोहित ने धोनी की तुलना में कफी कम 56 मैचों में ही टीम की कप्तानी की है पर उनकी जीत का औसत धोनी से कहीं अधिक है। रोहित ने 56 एकदिवसीय मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की है, जिसमें से 42 मुकाबले में उसे जीत मिली जबकि 12 में वह हारी है और एक मुकाबला टाई टाई रहा है। रोहित का एकदिवसीय में जीत का औसत 75 का रहा है।
वहीं टी20 को देखें तो रोहित और धोनी ने तकरीबन बराबर मैच खेले पर जीत के औसत में अंतर है। धोनी की कप्तानी में 72 टी20 मैचों में भारतीय टीम 41 मैचों में जीती जबकि उसे 28 मैच में हार का सामना करना पड़ा।वहीं दो मुकाबले टाई रहे। इस प्रकार उनकी जीत का औसत 56.94 प्रतिशत रहा। दूसरी ओर रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम ने 62 मैच खेले जिसमें से उसे 49 में जीत जबकि 12 में हार का सामना करना पड़ा जबकि एक मैच टाई रहा। इस प्रकार टी20 में रोहित की जीत का प्रतिशत 79.03 का रहा है।
साल 2008 से लेकर 2014 तक धोनी ने 60 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की जिसमें टीम को 27 में जीत मिली, वहीं 18 मैच हारे। इन 60 में से 15 मैच ड्रॉ भी रहे। धोनी का टेस्ट में जीत का प्रतिशत 45 रहा। वहीं रोहित ने 2022 से 2024 के बीच 24 मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की। इसमें से भारतीय टीम ने 12 टेस्ट जीते, 9 हारे और 3 ड्रॉ रहे। इस प्रकार रोहित का टेस्ट में जीत का प्रतिशत 50 का रहा। ऐसे में तीनों ही प्रारुपों में रोहित की जीत का प्रतिशत धोनी से अधिक रहा।
- Advertisement -
Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

